मुंबई। घाटे में चल रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की योजना देश भर में 70 से अधिक आवासीय एवं व्यावसायिक संपत्तियों की बिक्री कर 700-800 करोड़ रुपए जुटाने की है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि 16 शहरों में स्थित इन संपत्तियों की एमएसटीसी के जरिये ई-नीलामी की जाएगी।
यह ताजा नीलामी 2012 में यूपीए सरकार द्वारा स्वीकृत एयरलाइन के रियल एस्टेट मोनेटाइजेशन प्लान का हिस्सा है। एयर इंडिया की संपत्तियों को बेचने की योजना को पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दौरान 2012 में मंजूरी दी गई थी। योजना के तहत अप्रैल 2014 से मार्च 2021 तक पांच हजार करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य तय किया गया था। इसके लिए कंपनी ने वित्त वर्ष 2012-13 से प्रति वर्ष 500 करोड़ रुपए वार्षिक धन संग्रहण का लक्ष्य रखा है।
अधिकारी ने कहा कि हमें इन 70 संपत्तियों की बिक्री से करीब 700-800 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है। इनमें आवासीय एवं व्यावसायिक दोनों तरह की संपत्तियां शामिल हैं। इनमें से कुछ ऐसी भी संपत्तियां हैं, जिन्हें हम पहले भी नीलामी के लिए पेश कर चुके हैं लेकिन उन्हें खरीदार नहीं मिल पाया था।
पिछले महीने, एयर इंडिया ने मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे और अमृतसर जैसे शहरों में स्थित अपनी 14 संपत्तियों की नीलामी की थी। एयर इंडिया पर 55,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। वित्त वर्ष 2016-17 में एयर इंडिया को केल 47,145.62 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
सरकार ने इस साल मई में कहा था कि एयर इंडिया ने मुंबई और चेन्नई जैसे महानगरों में अपनी संपत्ति को बेचकर 543.03 करोड़ रुपए जुटाए हैं। सरकार ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2012-13 से लेकर जनवरी 2018 तक एयर इंडिया ने मुंबई के नरिमन प्वाइंट स्थित अपनी 23 मंजिला इमारत को किराये पर देने से 291 करोड़ रुपए की राशि जुटाई है।
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