मुंबई। एअर इंडिया, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर) का रणनीतिक विनिवेश चालू वित्त वर्ष में होने की संभावना नहीं है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह बात कही।
निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के अधिकारी ने कहा कि यह प्रक्रिया आश्चर्यजनक है, जिससे विनिवेश में देरी हो रही है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 में विनिवेश के जरिये 1.05 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।
तीनों बड़ी कंपनियों की विनिवेश प्रक्रिया में देरी होने पर लक्ष्य का क्या होगा, यह पूछने पर अधिकारी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
सरकार की योजना बीपीसीएल, कॉनकॉर और ऋण बोझ से दबी एयर इंडिया की बिक्री चालू वित्त वर्ष में ही करने की है। सरकार ने एयर इंडिया में अपनी पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है। बीपीसीएल में सरकार अपनी 53.29 प्रतिशत और कॉनकॉर में 54.8 प्रतिशत हिस्सेदारी में से 30.8 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक विनिवेश के जरिये केवल 17,364 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि सरकार अपने विनिवेश लक्ष्य से 40 से 50 हजार करोड़ रुपए पीछे रह सकती है। विनिवेश लक्ष्य से चूकने पर सरकार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए तय किए अपने राजकोषीय घाटे को 3.3 प्रतिशत पर बनाए रखने से भी चूक सकती है।
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