नई दिल्ली। सरकार ने हवाई किरायों की ऊपरी और निचली सीमा तय कर दी है। उड्डयन मंत्री के मुताबिक किरायों के न्यूनतम और अधिकतम कीमतों में काफी अंतर होने की वजह से ये फैसला लिया गया है। इसके लिए सरकार ने उड़ान के वक्त के आधार 7 कैटेगरी बनाई हैं। वहीं सरकार ने साफ किया है कि कुल टिकट के 40 फीसदी टिकट ऊपरी और निचली सीमा के मध्य बिंदु से नीचे ही बेचे जा सकते हैं।
उड्डयन मंत्री के मुताबिक पहली कैटेगरी में वो उड़ाने शामिल की जाएंगी जिनकी उड़ान का वक्त 40 मिनट से कम हो। वहीं दूसरी कैटेगरी में 40-60 मिनट, तीसरी कैटेगरी में 60 से 90 मिनट, चौथी कैटेगरी में 90-120 मिनट, पांचवी कैटेगरी में 120-150 मिनट, छठी कैटेगरी में 150- 180 मिनट और सातवीं कैटेगरी में 180-210 मिनट की उड़ान शामिल हैं। ये सीमा अगले 3 महीने तक लागू रहेगी और 24 अगस्त की आधी रात से लागू हो जाएंगी।
उड्डयन मंत्री के मुताबिक दिल्ली मुंबई रूट पर किराये की सीमा 3500 रुपये और 10000 रुपये के बीच में रहेंगी। ये रूट कैटेगरी 4 में आता है, यानि 90 मिनट से 120 मिनट की उड़ान यात्रा के लिए किराए की ये सीमा तय की गई है। इस रूट पर किराये की मध्य सीमा 6700 रुपये होगी। एयरलाइंस को अपने 40 फीसदी टिकट इस कीमत से कम पर ऑफर करने होंगे
उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने साफ किया कि किराये की ये सीमा इस आधार पर तय की गई है जिससे यात्रियों पर ज्यादा बोझ न पड़े साथ ही एयरलाइंस कंपनियों को भी नुकसान न उठाना पड़े।
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