STF की कार्रवाई के विरोध में लखनऊ के पेट्रोल पंप की हड़ताल, आम लोग और कारोबारियों की बढ़ी आफत
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की छापेमार कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को लखनउ के पेट्रोल पंप मालिकों ने हड़ताल कर दी।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की छापेमार कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को लखनऊ के पेट्रोल पंप मालिकों ने हड़ताल कर दी। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने बताया एसटीएफ की छापेमारी की वजह से पेट्रोल पम्प कर्मी भाग गये हैं, लिहाजा लखनउ के पेट्रोल पंप मालिकों ने कल रात से हड़ताल शुरू कर दी है। हाड़ताल के चलते सिटी एवं कॉमर्शियल ट्रांसपोर्ट के अलावा आम लोगों की भी मुश्किल बढ़ गई है।
STF की कार्रवाई के विरोध में हुई हड़ताल
यह हड़ताल एसटीएफ द्वारा पिछले दिनों लखनऊ के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर अचानक की गयी छापामार कार्रवाई के विरोध में की जा रही है। एसटीएफ के अभियान के दौरान अनेक पेट्रोल पंपों पर घटतौली करके उपभोक्ताओं को करोड़ों रुपए की चपत लगाये जाने का खुलासा हुआ। यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पंपों की जांच के आदेश, दूसरे राज्यों में भी होगा औचक निरीक्षण : प्रधान
चिप लगाकर पेट्रोल पंप पर हो रही थी तेल की चोरी
तेल मशीनों में चिप लगाकर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी उजागर होने के बाद राजधानी के कई पेट्रोल पंप सील कर दिये गये, जिनमें यूपी पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बी एन शुक्ला के पम्प भी शामिल हैं। लखनऊ में अचानक हुई इस हड़ताल की वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सरकारी पेट्रोलियम कम्पनियों से इतर कम्पनियों के पम्पों पर उपभोक्ताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गयीं। हालांकि राज्य सरकार ने इस हड़ताल के जल्द खत्म होने की उम्मीद जतायी है। यह भी पढ़ें : बिना सब्सिडी वाला LPG सिलेंडर हुआ 92 रुपए सस्ता, सब्सिडी वाली गैस के लिए चुकाने होंगे अधिक दाम
पेट्रोप पंप मालिकों पर होगी सख्त कार्रवाई
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं को बताया कि राज्य सरकार पेट्रोल पंप मालिकों के दबाव में नहीं आएगी। पुलिस ने जो कार्रवाई की वह न्यायसंगत और उपभोक्ताओं के हित में थी। पम्प मालिकों का प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सकता है और हमें उम्मीद है कि यह गतिरोध जल्द दूर हो जाएगा। मालूम हो कि एसटीएफ ने गत 27 अप्रैल की रात को लखनऊ के सात पेट्रोल पंप पर छापा मारकर इलेक्ट्रानिक चिप के जरिये पेट्रोल चोरी करने के गोरखधंधे का भण्डाफोड़ किया था।यह भी पढ़े: सरकार ने रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखने के फैसले पर जताई आपत्ति, कहा- पीएम मोदी की अपील से कोई लेना देना नहीं
इलेक्ट्रीशियन ने खोला चोरी का राज!
ऐसे होती थी चोरी
इस खुलासे पर एसटीएफ ने राजधानी के सात पेट्रोल पंप पर एक साथ छापा मारा था और सभी की मशीनों में वह चिप लगी पायी गयी। करीब 200 मीटर की दूरी तक सिग्नल पकड़ने वाली उस चिप को पम्प परिसर में कहीं भी बैठा व्यक्ति रिमोट के जरिये नियंत्रित करता था। जब रिमोट का बटन दबाया जाता था तो पाइप से पेट्रोल गिरना बंद हो जाता था, जबकि मीटर पर पेट्रोल की मात्रा और रुपयों का नम्बर उसी रफ्तार से चलता रहा था। करीब तीन हजार रुपये की उस चिप के जरिये प्रति लीटर 50 से 100 मिलीलीटर तेल चोरी किया जाता था। अनुमान के मुताबिक एक पेट्रोल पंप पर प्रति दिन 10 से 15 लाख रुपये का पेट्रोल चोरी किया जा रहा था।