नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुए 11,400 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले की चर्चा गर्म ही है और मालूम हुआ कि एक्सिस बैंक के साथ भी 275 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। पारेख एल्युमिनेक्स लिमिटेड (PAL) नाम की कंपनी पर कर्जदारों का 4,000 करोड़ रुपए बकाया है। इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने कंपनी के तीन निदेशकों भंवरलाल भंडारी, प्रेमल गोरागांधी और कमलेश कानूनगो को गिरफ्तार कर लिया है। एक्सिस बैंक द्वारा 250 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाने के बाद इन्हें धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, ब्रीच ऑफ ट्रस्ट और आपराधिक साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है।
PAL की इस धोखाधड़ी को उजागर करने वाले 20 देनदारों में एक्सिस बैंक भी शामिल है। जिन लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ बैंक की फोर्ट स्थित ब्रांच में फर्जी इनवॉइस और बोगस कंपयों के जरिये छेड़छाड़ किए गए बिल जमा करने का आरोप है।
बैंक कर्मियों की मिलीभगत का भी है आरोप
इस मामले की जांच कर रही पुलिस बैंक कर्मियों की मिलीभगत होने की बात से इनकार नहीं कर रही है। पारेख अल्यूमिनेक्स के खिलाफ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक की शिकायत पर सीबीआई पहले से ही जांच कर रही है। उनका आरोप है कि कंपनी रियल स्टेट डेवलपर्स को फंड डाइवर्ट कर देती थी।
धोखाधड़ी करने का ये था तरीका
पुलिस से मिली जानकारियों के अनुसार PAL ने पहले एक्सिस बैंक से 125 करोड़ रुपए के तीन शॉर्ट टर्म लोन लिए और बैंक का भरोसा जीतने के लिए उसका रीपेमेंट भी कर दिया। साल 2011 में PAL ने एक्सिस बैंक से 127.5 करोड़ रुप, का लोन लिया। इसके लिए उसने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक ऐसी मीटिंग से जुड़े दस्तावेज दिए जो कभी हुई ही नहीं थी। इन दस्तावेजों के आधार पर बैंक ने कंपनी को कच्चा माल और उपकरण खरीदने के लिए लोन दिया था।
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