हाइवे पर शराबबंदी से राज्यों और होटल इंडस्ट्रीज को लगेगी 65 हजार करोड़ की चपत, 10 लाख लोगों की नौकरी खतरे में
SC ने नेशनल, स्टेट हाइवे के 500 मीटर के दायरे में शराबबंदी आदेश के बाद माना जा रहा है कि राज्यों और होटल इंडस्ट्रीज को लगेगी 65 हजार करोड़ की चपत
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल व स्टेट हाईवे के 500 मीटर के दायरे में शराबबंदी आदेश के बाद माना जा रहा है कि राज्यों को 50 हजार करोड़ रुपए की आय का नुकसान होने की आशंका है। साथ ही, होटल इंडस्ट्री को 10-15 हजार करोड़ रुपए का बड़ा झटका लग सकता है। बिजनेस न्यूज पेपर इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के फैसले से 10 लोगों का रोजगार छिनने की आशंका है।
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क्या है सुप्रीम कोर्ट का आदेश
- सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल और स्टेट हाइवे के 500 मीटर के दायरे में आने वाली शराब दुकानों को 1 अप्रैल से बंद करने का आदेश दिया है। इसमें होटल और रेस्तरां भी शामिल हैं।
क्यों SC ने लिया ये फैसला
- शराब पीने की वजह से होने वाले सड़क हादसों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला किया था। SC का मानना है कि इससे ऐसे हादसों में कमी आएगी। दरअसल, भारत में सड़क हादसों में दुनिया में सबसे अधिक जानें जाती हैं।
राज्यों को होगा 50 हजार करोड़ का नुकसान
- नेशनल रेस्तरां असोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के प्रेजिडेंट रियाज अमलानी ने ईटी को बताया कि इस फैसले से राज्यों को 50 हजार करोड़ रुपए का बड़ा नुकसान हो सकता है। हालांकि, ये शुरुआती अनुमान हैं और हम इसके असर का सटीक अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं। एनआरएआई एक लॉबी ग्रुप है, जो देश भर में रेस्तरां और पब्स का प्रतिनिधित्व करती है।
किस राज्य को कितनी होती है शराब की बिक्री से आय
राज्य | शराब से आय |
---|---|
तमिलनाडु | 29,672 करोड़ रुपए |
हरियाणा | 19,703 करोड़ रुपए |
महाराष्ट्र | 18,000 करोड़ रुपए |
कर्नाटक | 15,332 करोड़ रुपए |
उत्तर प्रदेश | 14,083 करोड़ रुपए |
आंध्र प्रदेश | 12,739 करोड़ रुपए |
तेलंगाना | 12,144 करोड़ रुपए |
मध्य प्रदेश | 7,926 करोड़ रुपए |
राजस्थान | 5,585 करोड़ रुपए |
पंजाब | 5,000 करोड़ रुपए |
नोट: ये सभी आंकड़े वित्त वर्ष 2015-16 के है और राज्यों के एक्साइज डिपार्टमेंट से लिए गए है…
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10 लाख लोगों की नौकरी खतरें में
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि
इससे 10 गुना अधिक रोजगार इस बैन की वजह से जा सकते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, टूरिज्म से रोजगार के मौके बनते हैं। इसे खत्म क्यों करना? सुप्रीम कोर्ट के हाइवे पर शराब बंदी के फैसले से 10 लाख लोगों की रोजी-रोटी खतरे में पड़ सकती है।
इंडस्ट्रीज के आंकड़ों पर एक नजर
- फाइनेंशियल ईयर 2016-17 के पहले 9 महीनों में भारत में शराब की बिक्री 0.4 फीसदी बढ़ी। 2001 के बाद देश में शराब की बिक्री तेजी से बढ़ रही थी। पहली बार ग्रोथ इतनी कम हुई है। 2011 तक के 10 साल में इसकी बिक्री में 12 पर्सेंट सीएजीआर से अधिक की बढ़ोतरी हुई थी।