A
Hindi News पैसा बिज़नेस पानी की भारी कमी के कारण अदाणी पावर ने 2,640 मेगावाट क्षमता की इकाइयों को किया बंद

पानी की भारी कमी के कारण अदाणी पावर ने 2,640 मेगावाट क्षमता की इकाइयों को किया बंद

अदाणी पावर ने पानी की भारी कमी के कारण महाराष्ट्र के तिरोदा संयंत्र स्थित 660-660 मेगावाट की पांच इकाइयों में से चार को बंद कर दिया है।

पानी की भारी कमी के कारण अदाणी पावर ने 2,640 मेगावाट क्षमता की इकाइयों को किया बंद- India TV Paisa पानी की भारी कमी के कारण अदाणी पावर ने 2,640 मेगावाट क्षमता की इकाइयों को किया बंद

नई दिल्ली। महाराष्‍ट्र में जारी पानी की किल्‍लत अब बिजली उत्‍पादन पर भी असर डालने लगी है। महाराष्‍ट्र में बिजली उत्‍पादन से जुड़ी अदाणी पावर ने पानी की भारी कमी के कारण महाराष्ट्र के तिरोदा संयंत्र की इकाइयों को बंद कर दिया है। यहां पर कंपनी की 660-660 मेगावाट की पांच इकाइयां बिजली उत्‍पादन करती हैं। लेकिन पानी की कमी के कारण अदाणी पावर ने इनमें से चार इकाइयों को बंद कर दिया है।

पांच में से 4 यूनिट हुई बंद

अदाणी पावर लि. ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, कंपनी की पूर्ण अनुषंगी इकाई अदाणी पावर महाराष्ट्र लि. ने पानी की भारी कमी के कारण महाराष्ट्र के तिरोदा स्थित 660-660 मेगावाट की पांच इकाइयों में से चार को बंद कर दिया है। बयान के अनुसार तिरोदा पावर संयंत्र को पानी विदर्भ सिंचाई विकास निगम की धापेवाडा परियोजना से दीर्घकालीन व्यवस्था के तहत मिलती है। कंपनी ने कहा कि महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति के कारण बांध सूख गया है और वह तिरोदा बिजली संयंत्र को पानी की आपूर्ति करने में असमर्थ है।

इनवर्टर खरीदने से पहले इन बातों का रखें ख्याल

Inverter

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

IndiaTV Paisa

पानी की कमी के चलते बढ़ी थर्मल प्‍लांट की समस्‍या

देश के कई हिस्सों में गंभीर जल संकट का असर बिजली उत्पादन पर भी नजर आने लगा है। पानी की कमी से बिजली कंपनियों को अपने कई थर्मल पावर प्लांट बंद करने पड़े हैं। महाराष्ट्र पावर जनरेशन कंपनी ने बीड जिले में स्थित 1130 मेगावाट के पार्ली थर्मल पावर प्लांट की सभी यूनिटें पानी की कमी के चलते बीते साल जुलाई से बंद कर रखी हैं। कई अन्य राज्यों में भी थर्मल पावर प्लांटों की तमाम यूनिटें भी इसी वजह से अस्थायी तौर पर बंद करनी पड़ी हैं। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, थर्मल पावर प्लांटों में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इनमें ड्राई एश हैंडलिंग, एश वॉटर रिसर्कुलेशन और जीरो वॉटर डिस्चार्ज सिस्टम को लगाना शामिल है।

यह भी पढ़ें- अडानी समूह पर है 72,000 करोड़ रुपए का कर्ज, यह देश के किसानों के कुल ऋण के है बराबर: जदयू

यह भी पढ़ें- अडानी पावर का तिमाही लाभ 64 फीसदी बढ़ा, Q4 में हुआ 1,173 करोड़ रुपए का मुनाफा

Latest Business News