नई दिल्ली। कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां गर्मी के मौसम में कीमतों में ढाई फीसदी तक का इजाफा कर सकती हैं। नोटबंदी के प्रभाव से उबरने और नकदी की समस्या खत्म होने के बाद बिक्री सामान्य होने का इंतजार कर रही कंपनियों को जुलाई से लागू होने जा रहे वस्तु एवं सेवा कर (GST) से भी जूझना होगा।
कंज्यूमर ड्यूरेबल उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो स्टील और डॉलर के दाम बढ़ने की वजह से एयर कंडीशनर (AC), TV, फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसे उत्पादों की लागत बढ़ गई है। और अभी जुलाई से GST लागू किए जाने की योजना है।
सरकार ने GST के तहत चार तरह की कर संरचना बनाई है। इसके लागू होने के बाद 1.5 टन थ्री स्टार AC जिस पर वर्तमान में टैक्स 19.63 फीसदी है, GST लागू होने के बाद 21.88 फीसदी हो जाएगा। इस पर 2.5 फीसदी ज्यादा टैक्स देना होगा।
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ग्राहकों की जेब होगी ढीली
विशेषज्ञों का कहना है कि कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां नोटबंदी के कारण मांग 40 फीसदी तक घटने के कारण प्रोडक्ट्स के दाम नहीं बढ़ा रही थीं। हालांकि, अब GST लागू होने के बाद टैक्स स्लैब में बढ़ोतरी के कारण इनकी कीमतें बढ़ जाएंगी। इन बढ़ी हुई कीमतों का बोझ ग्राहकों को ही उठाना होगा।
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नई स्टार रेटिंग सिस्टम भी दाम बढ़ाने में निभाएंगे भूमिका
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) ने AC के लिए इंडियन सीजन एनर्जी एफिशिएंसी रेश्यो (ISEER) नाम से नई स्टार रेटिंग सिस्टम की घोषणा की है जिससे AC की एफिशिएंसी बढ़ेगी। साथ ही ग्राहकों के बिजली का खर्च घटेगा। लेकिन इससे AC की कीमतें बढ़ जाएंगी।
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