नई दिल्ली। दुनियाभर में धनी व्यक्तियों का पलायन लगातार बढ़ रहा है। एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में तकरीबन 82,000 अति धनाढ्य लोगों ने अपना देश छोड़ा है। 2015 में 64,000 लोगों ने देश छोड़ा था। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भी ऑस्ट्रेलिया सबसे ज्यादा पसंदीदा देश बना हुआ है। यह धनाढ्य (हाई नेट वर्थ इंजीविजुअल्स) वह हैं, जिनकी व्यक्तिगत संपत्ति 10 लाख डॉलर या इससे अधिक है।
न्यू वर्ल्ड वेल्थ की ताजा रिपोर्ट, जिसका शीर्षक ग्लोबल वेल्थ एंड वेल्थ माइग्रेशन ट्रेंड्स इन 2016 है, में कहा गया है कि लगातार दूसरे साल ऑस्ट्रेलिया पूरे दुनिया में करोड़पतियों के लिए सबसे पसंदीदा देश बनकर उभरा है। इसने पारंपरिक स्थलों जैसे अमेरिका और ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ दिया है।
- एक अनुमान के मुताबिक 11,000 करोड़पति लोग 2016 में ऑस्ट्रेलिया आकर बसे, जबकि 10,000 धनी लोग अमेरिका और 3,000 लोग ब्रिटेन में बसे हैं।
- अमेरिका और ब्रिटेन की तुलना में ऑस्ट्रेलिया को वरीयता देने के संबंध में रिपोर्ट में कहा गया है कि क्योंकि यहां दुनिया की सबसे बेहतर हेल्थकेयर प्रणाली है।
- इसकी लोकेशन इसे उभरते एशियाई बाजारों जैसे चीन, हांगकांग, कोरिया, सिंगापुर, वियतनाम और भारत में बिजनेस करने के लिए एक अच्छा आधार प्रदान करती है।
- इसके अलावा यह मध्य एशिया में मची उथल-पुथल और यूरोपीय शरणार्थी संकट से अलग-थलग है।
- 2016 में कनाडा, यूएई, न्यूजीलैंड और इजराइल में भी करोड़पतियों का आगमन हुआ है।
- वहीं दूसरी ओर 2016 में फ्रांस, टर्की और ब्राजील से सबसे ज्यादा धनी लोगों ने पलायन किया है।
- फ्रांस से 2016 में 12,000 करोड़पतियों ने पलायन किया है। इसका कारण शहरी इलाकों में क्रिश्चियन और मुस्लिम के बीच बढ़ता धार्मिक तनाव है।
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