नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कान्त ने कहा कि आधार कानून में गोपनीयता के मजबूत प्रावधान हैं। उन्होंने इन आशंकाओं को खारिज किया कि इसमें आंकड़ों का दुरुपयोग किया जा सकता है। हीरो माइंडमाइन सम्मेलन में एक सवाल पर कान्त ने कहा कि आधार कानून में गोपनीयता के लिए मजबूत प्रावधान हैं। मैं आंकड़ों की गोपनीयता में विश्वास करता हूं। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि भारत को निश्चित रूप से भविष्य में गोपनीयता का ध्यान रखना होगा।
कान्त होंने कहा, मेरा मानना है कि भविष्य में भारत को मजबूत गोपनीयता कानून की ओर बढ़ना होगा। उनका यह बयान भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को आधार के लिए नागरिकों के नामांकन में सहयोग करने वाली एक एजेंसी द्वारा क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के व्यक्तिगत ब्योरे को साझा किए जाने की घटना के बाद आया है।
डिजिटल लेनदेन में बढ़ोतरी पर कान्त ने सुझाव दिया कि कुलीन वर्ग के भारतीयों को अपनी सोच बदलनी होगी। उन्होंने कहा, आंध्र प्रदेश के कृष्णा गोदावरी जिले और झारखंड के आदिवासी दिल्ली के लोगों की तुलना में अधिक तेजी से डिजिटल लेनदेन को अपना रहे हैं। नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि भविष्य में आमने सामने की बैंकिंग की अवधारणा नहीं रहेगी। आंकड़ों के विश्लेषण के जरिए बैंक लोगों को कर्ज दे सकेंगे। हमारे पास एक अरब लोगों का बायोमीट्रिक्स है जो किसी अन्य देश में नहीं है।
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