नई दिल्ली। भारत की सबसे वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली कंपनी टाटा मोटर्स अपने 200 टॉप-लेवल कार्यकारियों को पहली बार एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन (ईएसओपी) की पेशकश करने की योजना बना रही है। अपनी बदलावकारी रणनीति के अगले चरण में प्रवेश करते हुए कंपनी अब टैलेंट में निवेश कर रही है। 100 अरब डॉलर वाले टाटा ग्रुप के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में ऐसी शुरुआत करने वाली टाटा मोटर्स ही होगी।
कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि स्टॉक ऑप्शन की पात्रता घरेलू बाजार में तीन प्रमुख मापदंडों पर निर्भर करेगी- बाजार हिस्सेदारी, एबिट मार्जिन में सुधार और राजस्व का प्रतिशत में मुक्त नकदी। चयनित कर्मचारियों को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से स्टॉक ऑप्शन देना शुरू किया जाएगा। यह ऑप्शन कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2021 से वित्त वर्ष 2023 के बीच तीन किस्तों में दिया जाएगा। यह बात ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने चौथी तिमाही के नतीजों के लिए बुलाई गई बैठक में विश्लेषकों से कही।
स्टॉक ऑप्शन प्लान को शेयरधारकों की मंजूरी लेने के लिए आगामी वार्षिक आम सभा में पेश किया जाएगा। कंसल्टेंसी फर्म अवेंटम एडवाइजर्स के एमउी वीजी रामाकृष्णन ने कहा कि कंपनी द्वारा यह बहुत अच्छा कदम है और यह इस बात को रेखांकित करता है कि टॉप मैनेजमेंट कंपनी के प्रदर्शन के लिए जिम्मेदारी लेने का इच्छुक है।
टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह भविष्य में कंपनी के टॉप टैलेंट में बहुत अधिक निवेश करेगा। इसके जरिये कंपनी लीडरशिप डेवलपमेंट और प्रोग्रेशन और प्रमोशन अवसर उपलब्ध कराएगी ताकि सभी के लिए संतुष्टीदायक करियर सुनिश्चित हो सके। टाटा मोटर्स के बोर्ड ने इंक्रीमेंट्स और बोनस को अपनी मंजूरी दे दी है, जो मजबूत प्रदर्शन को प्रदर्शित करेगा।
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