नई दिल्ली। फ्यूचर ग्रुप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) किशोर बियानी ने कहा कि स्टार्टअप की स्थिति निराशाजनक है और उनमें से 90 फीसदी में कुछ नहीं होने जा रहा। वे केवल अखबारों में रोज पूरे पन्ने के विज्ञापनों में ही आकर्षक दिखते हैं। स्टार्टअप को बड़े फलक पर काम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन नये उद्यमों की मौजूदा स्थिति इतनी छोटी है कि इससे बड़ी संख्या में रोजगार सृजन मुश्किल होगा जबकि भारत को इसकी जरूरत है।
इकोनॉमिस्ट इंडिया सम्मिट में बियानी ने कहा, मुझे लगता है कि 90 फीसदी स्टार्टअप आगे नहीं बढ़ने वाले हैं। अगले तीन से चार साल में इन कंपनियों की आय 3,000 से 4,000 करोड़ रुपए से अधिक नहीं होगी। इन कंपनियों के कामकाज को लेकर आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि हर दिन अखबारों में एक पन्ने का विज्ञापन से ही वे सेक्सी लगते हैं। अन्यथा मुझे नहीं लगता कि स्टार्टअप किसी बड़े फलक पर काम कर रहे हैं।
बियानी ने कहा कि ये सभी उद्यम पूंजीपतियों द्वारा वित्त पोषित हैं और दो-तीन दौर के वित्त पोषण के बाद 80 फीसदी शेयर चला जाता है। उसके बाद उसे किसी कॉरपोरेट हाउस को बेच दिया जाता है। उन्होंने कहा, स्टार्टअप से जुड़े लोगों को बड़ा सोचना चाहिए, उन्हें बड़े फलक पर काम करना चाहिए। सभी लोग काफी प्रतिभाशाली हैं, इसीलिए फलक बड़ा होना चाहिए। गौरतलब है कि फ्यूचर ग्रुप देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन चलाती है।
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