कोरोना ने बदली ऑनलाइन शॉपिंग की आदतें, रोजमर्रा के सामानों की खरीदारी 9% बढ़ी
वायरस के डर के बाद लगे प्रतिबंधों से ऑनलाइन ट्रैवल बुकिंग 30% घट गई
नई दिल्ली। कोरोना के डर से लोगों की छोटी छोटी आदतों में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। भले ही वो सोशल डिस्टेंस से जुड़े हों या फिर इंटरनेट के जरिए खरीदारी से। फाइनेंशियल सॉल्यूशन देने वाली कंपनी Razorpay ने अपने ऐसे ही सर्वे के जरिए ऑनलाइन खरीदारी पर कोरोना के डर की तस्वीर सामने रखी है। सर्वे के मुताबिक वायरस के डर की वजह से पहले के मुकाबले 9 फीसदी ज्यादा लोग घर बैठे ही रोजमर्रा का सामान खरीद रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इंटरनेट के जरिए ट्रैवल बुकिंग में 30 फीसदी की तेज गिरावट देखने को मिली है।
कोरोना संकट की वजह से ग्राहकों के खर्च करने के तरीको में भी काफी बदलाव देखने को मिला है। Razorpay के जरिए डिजिटल भुगतान में फरवरी से मार्च में अब तक 10 फीसदी की बढ़त रही है। वहीं ऑनलाइन किराने का सामान खरीदने वालों की संख्या में 9 फीसदी के साथ अब तक की सबसे बड़ी ग्रोथ दर्ज हुई है। सरकारी और जरूरी सेवाओं के बिलों के ऑनलाइन भुगतान का आंकड़ा 30 फीसदी तक बढ़ गया है। कंपनी के मुताबिक इससे साबित होता है कि ग्राहक सुरक्षित रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा कदम उठा रहे हैं। कंपनी के प्लेटफॉर्म के जरिए भुगतान में सबसे तेज बढ़त म्युचुअल फंड्स की रही है। सेग्मेंट ने 33 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है।
वहीं बीमारी के प्रसार के बीच में यूपीआई लोगों के लिए भुगतान का सबसे पसंदीदा माध्यम बना हुआ है। कंपनी के प्लेटफॉर्म के जरिए करीब 20 फीसदी लोगों ने भुगतान के लिए इसे चुना। इसके बाद 11.5 फीसदी के साथ नेट बैंकिंग दूसरे और 10.3 फीसदी हिस्सेदारी के साथ वॉलेट तीसरे स्थान पर रहा है।
सर्वे में साफ है कि कोरोना के डर से ट्रैवल सेक्टर के सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा। कंपनी के प्लेटफॉर्म पर ट्रैवल सेक्टर की हिस्सेदारी में 30 फीसदी औऱ हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की हिस्सेदारी में 12 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। दोनो सेक्टर का कंपनी के कुल कारोबार में 10 फीसदी का हिस्सा है।
इसके साथ ही ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की ग्रोथ के मामले में सबसे आगे अहमदाबाद रहा है, जिसमें 11 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इसके बाद हैदराबाद में 7 फीसदी और पुणे में 5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज हुई है। दूसरी तरफ बैंग्लुरू और दिल्ली में ग्रोथ पहले से सुस्त हुई है।
कंपनी के को फाउंडर और सीईओ हर्षिल माथुर ने सर्वे पर कहा कि बदलते हालातों की वजह से डिजिटल लेनदेन की आदतें बदली हैं। घर मे बने रहने की जरूरत से ग्रोसरी और बिल पेमेंट में ऑनलाइन भुगतान बढ़ा है। हालांकि बाहर न निकलने के कारण अर्थव्यवस्था के कई अन्य सेक्टर पर साफ दबाव देखने को मिल रहा है। हालांकि वो मानते हैं कि सेहत को देखते हुए फिलहाल खुद को सुरक्षित रखना ही प्राथमिकता होनी चाहिए।