असम में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या हुई 100, गोवा में कुल केस 25 के पार
राज्यों के मुताबिक संख्या बढ़ी लेकिन सामुदायिक प्रसार के संकेत नहीं
नई दिल्ली। असम में कोरोना वायरस के नौ नए मामले सामने आए हैं जिससे यहां संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 100 हो गए हैं। संक्रमितों में नौ वर्ष का एक बच्चा भी शामिल है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोरहट कस्बे के वार्ड नंबर तीन में रहने वाला एक बच्चा संक्रमित पाया गया है। वह दिल्ली से लौटा है। उसका जोरहट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में उपचार चल रहा है। यह बच्चा राज्य में कोविड-19 का सबसे कम उम्र का मरीज बन गया है। इस बच्चे के अलावा तीन और नाबालिगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि संक्रमण के नए मामलों में तीन मामले सारुसजई पृथक केन्द्र के हैं। इनमें से दो लोग मुंबई से लौटे थे और एक व्यक्ति बिहार से लौटा है। चेन्नई से शनिवार को लौटा 28 वर्षीय एक युवक भी संक्रमित पाया गया है। उसका भी जोरहट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में उपचार चल रहा है। राज्य में अब कोरोना वायरस से संक्रमित 55 लोगों का उपचार चल रहा है। अब तक संक्रमण के 41 मरीज ठीक हो चुके हैं, दो मरीजों की मौत हो चुकी है और दो मरीज राज्य से बाहर चले गए है।
वहीं एक समय संक्रमण से मुक्त हो चुके गोवा में एक बार फिर कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। मुम्बई से गोवा आए चार लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं और इसी के साथ राज्य में अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बताया कि मुम्बई-गोवा ट्रेन से आए 100 लोगों की जांच में चार लोग संक्रमित मिले हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण की पुष्टि के लिए नमूनों को गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। इन चार नए मामलों के साथ ही रविवार को कोविड-19 के मामले बढ़कर 13 हो गए । राज्य में अब 26 संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है। राणे ने कहा, ‘‘ सभी 26 मरीजों को मडगांव के कोविड-19 विशेष अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’ गोवा में पहले संक्रमित पाए गए सात लोगों के पूरी तरह ठीक होने के बाद एक मई को राज्य को ग्रीन जोन घोषित किया गया था लेकिन हाल ही में यहां फिर कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने हालांकि दावा किया कि राज्य में अब तक कोविड-19 का सामुदायिक प्रसार नहीं हुआ है।