मानसून सीजन आधा खत्म, देश में सामान्य के मुकाबले हुई 6% कम बरसात
देश में मानसून सीजन आधा खत्म हो चुका है और अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 6 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है
नई दिल्ली। देश में मानसून सीजन आधा खत्म हो चुका है और अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 6 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पहली जून से लेकर 31 जुलाई तक देशभर में औसतन 426.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान 452.8 मिलीमीटर बारिश होती है।
इन राज्यों में बारिश की कमी
मौसम विभाग के मुताबिक जिन राज्यों में सामान्य से बहुत कम बरसात हुई है उनमें पूर्वोत्तर के अधिकतर राज्य शामिल हैं, इसके अलावा बिहार और झारखंड में भी सामान्य के मुकाबले बहुत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन में बिहार में 23 प्रतिशत कम, झारखंड में 24 प्रतिशत कम, अरुणाचल प्रदेश में 37 प्रतिशत कम, असम में 27 प्रतिशत, मेघालय में 43 प्रतिशत और मणिपुर में 64 प्रतिशत कम बरसात हुई है।
8 राज्यों में कम बरसात
हालांकि कई राज्य ऐसे भी हैं जहां सामान्य से ज्यादा बरसात हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक कुल 36 राज्यों और केंद्र शसित प्रदेशों में से 2 में सामान्य से ज्यादा, 26 में सामान्य, 7 में सामान्य से कम और 1 में बहुत कम बरसात हुई है।
अगस्त में कम बरसात की आशंका
मौसम विभाग ने आगे चलकर अगस्त में बारिश में हल्की कमी की आशंका जताई है। विभाग के मुताबिक अगस्त के दौरान जुलाई के मुकाबले कम बरसात हो सकती है, अगस्त के शुरुआती 10 दिन अच्छी बारिश की उम्मीद है लेकिन उसके बाद बरसात में कमी की आशंका है।
बारिश की कमी से पिछड़ी खरीफ बुआई
अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान कम बरसात की वजह से देश में खरीफ फसलों की खेती प्रभावित हुई है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक 27 जुलाई तक देशभर में खरीफ फसलों की खेती पिछले साल के मुकाबले 59.72 लाख हेक्टेयर पीछे दर्ज की गई है, 27 जुलाई तक देश में कुल 737.96 लाख हेक्टेयर में खरीफ की खेती दर्ज की गई है जबकि पिछले साल इस दौरान 797.96 लाख हेक्टेयर में फसल लग चुकी थी। कृषि मंत्रालय के मुताबिक धान का रकबा 27.96 लाख हेक्टेयर, दलहन का 9.89 लाख हेक्टेयर, मोटे अनाज का 12.10 लाख हेक्टेयर और कपास का 8.87 लाख हेक्टेयर पीछे दर्ज किया गया है।