12 मई तक देश भर में 575 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 6.8 लाख यात्रियों ने किया सफर: भारतीय रेलवे
लॉकडाउन के बीच मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों को घर पहुंचाने के लिए खास ट्रेन
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे 12 मई शाम 4 बजे तक 575 श्रमिक स्पेशल का परिचालन कर चुका है। इन ट्रेनों के जरिए 6.8 लाख यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया गया है। इस दौरान यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी भी दिया गया है। रेलवे के मुताबिक राज्यों की सहमति के बाद ही रेलवे द्वारा ट्रेनें चलाई जा रही हैं। यात्रियों के यात्रा के दौरान सामाजिक दूरी रखी जा रही है। रेलवे ने बताया है कि 12 मई की सुबह 9 बजे तक कुल 448 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 448 ट्रेनें अपने गंतव्य तक पहुंच गई थीं ।
इन 448 ट्रेनों में से आंध्र प्रदेश में 1 ट्रेन, बिहार में 117 ट्रेन, छत्तीसगढ़ में 1 ट्रेन, हिमाचल प्रदेश में 1 ट्रेन, झारखंड में 27 ट्रेन, कर्नाटक में 1 ट्रेन, मध्य प्रदेश में 38 ट्रेन, महाराष्ट्र में 3 ट्रेन, ओडिशा मे 29 ट्रेन, राजस्थान में 4 ट्रेन, तमिलनाडु में 1 ट्रेन, तेलंगाना में 2 ट्रेन, उत्तर प्रदेश में 221 ट्रेन और पश्चिम बंगाल में 2 ट्रेन को पहुंचने के बाद उनकी सेवा वहीं समाप्त कर दी गई।
इन ट्रेनों के जरिए श्रमिकों को तिरुचिरापल्ली, तीतलागढ़, बरौनी, खंडवा, जगन्नाथपुर, खुर्दा रोड, प्रयागराज, छपरा, बलिया, गया, पूर्णिया, वाराणसी, दरभंगा, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, हटिया, बस्ती, कटिहार, दानापुर, मुजफ्फरपुर, सहरसा जैसे शहरों में पहुंचाया गया।
रेलवे ने बताया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में चढ़ने से पहले यात्रियों की जांच की जाती है और यात्रा के दौरान यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जाता है। गौरतलब है कि देशव्यापी बंदी की वजह से विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को उनके गृह राज्य पहुचाने के उद्देश्य से 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनों का परिचालन हो रहा है।