50 भारतीय स्टार्टअप्स में है एक अरब डॉलर का वैल्यूएशन हासिल करने की क्षमता
सात भारतीय स्टार्टअप्स की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर है। देश में कम से कम 50 ऐसे सूनीकॉर्न (क्षमतावान स्टार्टअप) हैं, जिनमें यूनीकॉर्न बनने की क्षमता है।
नई दिल्ली। देश में सात ऐसे भारतीय स्टार्टअप्स हैं, जिनकी वैल्यूएशन एक अरब डॉलर से ज्यादा है। लेकिन दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होते स्टार्टअप ईकोसिस्टम वाले इस देश में कम से कम 50 ऐसे सूनीकॉर्न (क्षमतावान स्टार्टअप) हैं, जिनमें यूनीकॉर्न (ऐसे स्टार्टअप्स जिनकी वैल्यूएशन एक अरब डॉलर या इससे ज्यादा है) बनने की क्षमता है।
तस्वीरों में जानिए स्टार्टअप इंवेस्टर्स के बारे में
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बेंगलुरु की डाटा क्यूरेशन प्लेटफॉर्म Tracxn के मुताबिक सूनीकॉर्न सभी इंडस्ट्री जैसे ई-कॉमर्स, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी, लॉजिस्टिक और ट्रेवल में फैले हुए हैं। बेंगलुरु, दिल्ली और चेन्नई जैसे मेट्रो के अलावा यह कंपनियां पुणे और जयपुर जैसे शहरों में स्थित हैं। इन स्टार्टअप्स की पहचान उनके मौजूदा वैल्यूएशन, फंडिंग, ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू, क्लाइंट आधार और अन्य ऐसे आकड़ों के आधार पर की गई है।
सूनीकॉर्न क्लब
एक औसत सूनीकॉर्न की निम्न विशिष्टताएं होती हैं:
- उनकी औसत आयु सात साल और एक महीना है।
- इन्होंने, औसत रूप से, फंडिंग में 7.16 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
- इनमें से केवल 50 फीसदी के संस्थापक आईआईटी या आईआईएम से पासआउट हैं।
- अधिकांश दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और भारत के सिलिकॉन वैली बेंगलुरु से बाहर स्थित हैं। Tracxn द्वारा तैयार 50 सूनीकॉर्न की लिस्ट में 18 एनसीआर में हैं, 16 बेंगलुरु में स्थित है और बाकी मुंबई, चेन्नई, पुणे, जयपुर और कोलकाता में स्थित हैं।
ई-कॉमर्स के प्रति उन्माद
ई-कॉमर्स के प्रति निवेशकों के कम होते रुझान के बावजूद इस सेक्टर के स्टार्टअप्स सूनीकॉर्न की लिस्ट में शामिल हैं। Tracxn की 50 सूनीकॉर्न की लिस्ट में 10 स्टार्टअप्स ऑनलाइन रिटेल में काम करने वाले हैं। सात भारतीय यूनीकॉर्न में से चार फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, पेटीएम और शॉपक्लूज भी ई-कॉमर्स सेक्टर में हैं। हालांकि, इन मल्टी-कैटेगरी कंपनियों की तरह ही अगला बैच उनका होगा जिनका फोकस स्पेशीफिक सेगमेंट जैसे फर्नीचर, ज्वेलरी या अपैरल हैं।
Tracxn द्वारा तैयार की गई ई-कॉमर्स सूनीकॉर्न की लिस्ट:
आगे आने वाले सेक्टर्स
भारत में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी दूसरा ऐसा सेगमेंट है, जिसमें सबसे ज्यादा सूनीकॉर्न हैं। ई-कॉमर्स के बाद इस सेगमेंट का नंबर आता है। नोएडा स्थित पेटीएम ने हाल ही में इस सेगमेंट में यूनीकॉर्न का तमगा हासिल किया है। भारतीय आईटी इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम और प्रोफेशनल सर्विस फर्म केपीएमजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री की संयुक्त वैल्यू ट्रांजैक्शन की ग्रोथ 22 वार्षिक आधार पर 22 फीसदी रहने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2016 में इस सेगमेंट की संयुक्त वैल्यू ट्रांजैशन 33 अरब डॉलर के स्तर से बढ़कर 2020 में 73 अरब डॉलर तक हो जाएगी।
यूनीकॉर्न बनने की क्षमता रखने वाली फिनटेक कंपनियों की लिस्ट:
सूनीकॉर्न लिस्ट में शामिल अन्य प्रमुख इंडस्ट्री सेक्टर इस प्रकार हैं:
Source: Quartz