नई दिल्ली। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) की विलय प्रक्रिया को सुचारू और सरल बनाने के लिए कुल 34 टीमों का गठन किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह विलय एक अप्रैल 2020 से लागू होगा।
यूनाइटेड बैंक ऑफ कॉमर्स के एक अधिकारी ने बताया कि एकीकरण की प्रकिया के लिए समाधान पेश करने के लिए 34 दल बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक टीम में अलग-अलग कार्यक्षेत्र के तीन बैकों से दो-दो सदस्य हैं।
अधिकारी ने कहा कि ये टीमें ग्राहकों को मिलने वाले लाभ, ऋण की प्रक्रिया, ऋण की शर्तों को मानक के अनुरूप करने का भी प्रयास करेंगी ताकि भविष्य में ग्राहकों को दिक्कत न हो। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने कोलकाता, गुवाहाटी और पटना में उपभोक्ता संपर्क कार्यक्रम का आयोजन किया।
इन तीनों बैंक के आपसी विलय के बाद बनने वाला नया बैंक भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। इसका कुल कारोबार 18 लाख करोड़ रुपए का होगा। केंद्र सरकार ने 10 सरकारी बैंकों को आपस में विलय कर चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की है। इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय होगा, जबकि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का एकीकरण किया जाएगा।
केनरा बैंक और सिंडीकेट बैंक का भी आपस में विलय होगा। पिछले साल केंद्र सरकार ने विजया बैंक और देना बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विलय को मंजूरी दी थी। विलय के बाद यह नया बैंक इस साल एक अप्रैल से प्रभावी हो चुका है। 2017 में भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सभी सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का आपस में विलय कर लिया था।
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