नयी दिल्ली। देश में काले धन पर लगाम कसने की कोशिश में लगे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इस साल बड़ी कामयाबी मिली है। डिपार्टमेंट ने इस साल देशभर में करीब 27 लाख नए आयकरदाताओं को टैक्स के दायरे में लाने में कामयाबी हासिल की है। इसमें सबसे बड़ा योगदान पश्चिम भारत के राज्यों का रहा है। आयकर विभाग ने चालू वित्त वर्ष में एक करोड़ नए लोगों को आयकर के दायरे में लाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। हालांकि इतनी बड़ी संख्या में नए टैक्सपेयर जोड़ने के बाद भी संभावना जताई जा रही है सरकार इस बार टैक्स कलेक्शन के मामले में अपने लक्ष्य से चूक सकती है।
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महाराष्ट्र और गुजरात में सबसे ज्यादा बढ़े टैक्सपेयर
वित्त मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि सबसे ज्यादा नए आयकरदाता पश्चिमी राज्यों मसलन गुजरात, गांवा और महाराष्ट्र में जोड़े गए हैं। सूत्रों ने कहा कि 27 लाख से ज्यादा नए लोगों की पहचान की गई है और उन्हें कर दायरे में लाया गया है। इन नए लोगों और इकाइयों को विभाग द्वारा साल के मध्य में शुरू किए गए अभियान के बाद कर दायरे में लाया गया है।
1 करोड़ का लक्ष्य पूरा करना मुश्किल
सरकार को भले ही 27 लाख नए टैक्स पेयर कर दायरे में लाने में सफलता मिली हो। लेकिन इसके बावजूद मौजूदा वित्त वर्ष में 1 करोड़ करदाताओं को टैक्स के दायरे में लाने का लक्ष्य पीछे रह सकता है। आयकर विभाग के सूत्रों ने स्वीकार किया इस लक्ष्य को हासिल करना काफी कठिन है। आयकर विभाग के फील्ड कार्यालयों ने वित्त मंत्रालय को सूचित किया है कि तय समय में 60 से 70 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो पाएगा।
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