नई दिल्ली। पिछले चार दिन में 1.6 लाख नई कंपनियों ने वस्तु एवं सेवा कर (GST) के तहत पंजीकरण कराया है। इससे पहले इन कंपनियों ने वैट, सेवा कर या उत्पाद शुल्क के तहत पंजीकरण नहीं कराया हुआ था। जीएसटी नेटवर्क (GSTN) पोर्टल 25 जून को तीसरी बार नए करदाताओं और मौजूदा उत्पाद, सेवा कर और वैट के तहत पंजीकृत कारोबारियों के पंजीकरण के लिए खुला था। इसके बाद विभिन्न कारोबार एक जुलाई को GST के लागू होने से पहले अपना पंजीकरण करा रहे हैं।
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GSTN के चेयरमैन नवीन कुमार ने कहा कि,
25 जून से 1.60 लाख पंजीकरण के नए आवेदन मिले हैं। इनमें से 53,000 आवेदनों को कारोबार के ब्योरे के साथ पूर्ण किया गया है। शेष प्रक्रिया में हैं।
नई इकाइयों को GSTN पोर्टल से पंजीकरण के लिए 25 जून से 30 दिन का समय दिया गया है। पंजीकरण के पहले दो चरणों में मौजूदा 80.91 लाख अप्रत्यक्ष करदाताओं में से 66 लाख ने जीएसटी नेटवर्क से अपना पंजीकरण कराया था।
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कुमार ने बताया कि चीनी और हीरा क्षेत्र की कई कंपनियां पहले राज्य सरकार के कर विभाग के पास पंजीकृत नहीं थीं, अब वे भी पंजीकरण करा रही हैं। हालांकि, 20 लाख रुपए तक के कारोबार वाली इकाइयों को GST से छूट है और उनके लिए पंजीकरण अनिवार्य नहीं है। इसके बावजूद ऐसे कारोबारी और विनिर्माता खुद का पंजीकरण करा रहे हैं जिससे कच्चे माल पर कर का लाभ आगे आपूर्ति श्रृंखला में लिया जा सकेगा।
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