नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार का पहला आम बजट शुक्रवार को पेश किया गया है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने ईंधन पर वैट बढ़ाने की घोषणा के साथ ही वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 9,511 करोड़ रुपए के घाटे वाला बजट पेश किया। उन्होंने 1,15,000 करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। राज्य सरकार के लिए राजस्व में वृद्धि करने के लिए उन्होंने ईंधन पर एक रुपए प्रति लीटर वैट बढ़ाने की घोषणा की है, इसके बाद राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 1 अप्रैल से एक रुपए प्रति लीटर की वृद्धि होगी। उन्होंने उद्योगों के लिए इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी घटाने का भी ऐलान किया।
अजीत पवार ने अपनी सरकार के पहले बजट में कर छूट की भी घोषणा की है। स्टाम्प ड्यूटी में 1 प्रतिशत की छूट एमएमआरडीए, पुणे, पिंपरी-चिंचवाड़ा और नागपुर नगर पालिका में अगले दो साल तक दी जाएगी। उन्होंने इंडस्ट्री के लिए इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी को भी 9.3 प्रतिशत से घटाकर 7.5 प्रतिशत करने की घोषणा की।
उन्होंने किसानों के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम की भी घोषणा कि, जिन्होंने 1 अप्रैल, 2015 से 31 मार्च, 2019 के बीच 2 लाख रुपए से अधिक का कृषि ऋण लिया है। पवार ने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए संशोधित अनुमान के तहत कर राजस्व प्राप्ती 2,16,824 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है।
बजट 2020-21 में राजस्व प्राप्तियां 3,47,457 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है, जबकि राजस्व खर्च 3,56,968 करोड़ रुपए का अनुमान है। इसके परिणामस्वरूप राजस्व घाटा 9511 करोड़ रुपए रहेगा।
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