ये है अरुण जेटली की बजट टीम, जानिए कौन बना रहा है आपके लिए आम बजट
आइए जानते हैं इस कोर टीम के बारे में और कौन से अहम सदस्य इस काम में वित्त मंत्री को मदद प्रदान कर रहे हैं।
नई दिल्ली। देश का आम बजट पेश होने में अब 10 दिन का समय भी नहीं रह गया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश करेंगे। गौरतलब है कि यह मौजूदा मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है। ऐसे में वित्त मंत्री से बजट 2018 को लेकर आम लोगों की बड़ी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। हांलाकि हम हर जगह सिर्फ वित्त मंत्री का ही नाम लेते हैं, लेकिन वास्तव में बजट बनाने के लिए वित्तमंत्रालय सहित देश के अन्य विभागों के हजारों कर्मचारी और अधिकारी अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन इनमें से कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की एक कोर टीम होती है, जो बजट के मुख्य बिंदुओं पर वित्तमंत्री को अहम और अंतिम सलाह देती है।
इस बार भी आम बजट के लिए वित्त मंत्री की अध्यक्ष्यता वाली एक कोर टीम है, जो हर सूक्ष्म बिंदु पर वित्त मंत्री अरुण जेटली का सलाह दे रही है। आइए जानते हैं इस कोर टीम के बारे में और कौन से अहम सदस्य इस काम में वित्त मंत्री को मदद प्रदान कर रहे हैं। आम बजट से जुड़ी हर हलचल को जानने के लिए यहां क्लिक करें...
1981 के गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी हसमुख अधिया वित्त मंत्रालय के सबसे अनुभवी अधिकारी हैं। अधिया इस साल बजट टीम की अगुवाई कर रहे हैं। पिछले साल जुलाई में लागू हुए जीएसटी के पीछे सबसे अहम योगदान इन्हीं का है। इसके अलावा 2018 में आई नोटबंदी के बाद कालेधन पर लगाम लगाने में अधिया की भूमिका अहम थी।
2. अरविंद सुब्रह्मणयन मुख्य आर्थिक सलाहकार
बजट से जुड़े मुख्य आर्थिक पहलुओं पर मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मणयन की नज़र है। पिछली बार के बजट में गरीबी हटाने के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम का सुझाव सुब्रह्मणयन ने ही दिया था। अरविंद लंबे समय से कृषि अर्थव्यवस्था और राजकोषीय घाटे के विषय में काम करते रहे हैं।
3. सुभाषचंद्र गर्ग सचिव, आर्थिक मामलों के विभाग
विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके सुभाषचंद्र गर्ग फिलहाल आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव हैं। विकास, निजी निवेश, रोजगार के मौके पैदा करने में इन्हें महारथ हासिल है। इस बार के बजट में के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी कि सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए क्या कदम उठाए।
4. अजय नारायण झा, सचिव, व्यय विभाग
अजय नारायण झा वित्त मंत्रालय के सबसे महत्वपूर्ण विभाग यानि कि व्यय विभाग के सचिव हैं। वे 1982 बैच के मणिपुर कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वे इससे पहले वित्त आयोग के सचिव भी रह चुके हैं। अगले साल चुनावों को देखते हुए सरकार इस बार जमकर खर्च करने की तैयारी में है। ऐसे में आयव्यय के बीच संतुलन कैसे बैठेगा इसकी पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर है।
5. नीरज कुमार गुप्ता, सचिव, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रंबंधन विभाग
नीरज कुमार गुप्ता 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। श्री गुप्ता की अगुआई में ही सरकार ने विनिवेश का लक्ष्य हासिल किया है। अगला वित्त वर्ष अभी शुरू होना ही है और इससे पहले ही उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया है। आगामी साल में बड़े खर्चों के लिए वित्त का इंतजाम करना इन्हीं की जिम्मेदारी है।
6. राजीव कुमार, सचिव, वित्त सेवा विभाग
राजीव कुमार 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन पर बैंकों के साथ बीमा और पेंशन की स्थिति सुधारने का भी जिम्मा होगा। लघु और मध्यम वर्ग के कारोबार को ऋण दिलाने पर भी जोर होगा।