नयी दिल्ली। निर्यात क्षेत्र के लिए आम बजट 2020-21 में निर्विक योजना और सामान की गुणवत्ता पर ध्यान देने जैसे सहायक कदमों से देश के निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी। निर्यात संगठनों के संघ फियो ने शनिवार को बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) ने एक बयान में कहा कि आम बजट में कृषि, बागवानी और मत्स्यपालन क्षेत्र में बुनियादी बदलाव लाने का प्रयास किया गया है। इसके लिए 16 सूत्रीय कार्यक्रम की रूपरेखा बनायी गयी है ताकि मध्यम और दीर्घावधि में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के निर्यात में भारत को एक बड़ी शक्ति बनाया जा सके।
फियो ने कहा कि बजट में सामान की गुणवत्ता और मानकों को बेहतर करने पर ध्यान दिया गया है। यह भारतीय विनिर्माताओं को प्रौद्योगिकी मानकों से मिलने और प्रति इकाई बेहतर दाम दिलाने में मदद करेगा। फियो ने ‘एक जिला एक उत्पाद’ के विचार को निर्यात के लिए बेहतरीन विचार बताया।
फियो ने कहा कि निर्यात की संस्कृति बनाने के साथ-साथ जिला स्तर पर ध्यान देने से निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की जा सकती है। इसके लिए अमेरिका की तर्ज पर जिला निर्यात परिषदों के गठन की बात कही गयी है। यह जिलों को निर्यातक बनने में अधिक सहायता पहुंचाएगा। इसके अलावा निर्विक योजना से निर्यातकों को ऋण उपलब्धता बढ़ेगी। इस योजना के तहत गारंटीकृत बीमा में मूलधन और ब्याज का 90 प्रतिशत तक कवर किया जा सकता है। इसे निर्यात ऋण बीमा योजना (ईसीआईएस) भी कहा जाता है।
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