बाइक में Monster Machine का इस्तेमाल कुछ लोग करते हैं। अलग से इसी लगवाना लीगल नहीं है। पुलिस देखते ही चालान कर देती है।
मान्य बाइक में कुछ लोग मॉन्स्टर मशीन लगवा लेते हैं। इससे ना सिर्फ दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोग भी परेशान हो जाते हैं। क्या आप भी बाइक में Monster Machine का इस्तेमाल करते हैं। केंद्र और राज्य सरकार लगातार इस तरह की चीजों को बैन कर रही है। पुलिस भी बाइक में इसे देखते ही चालान कर देती है। भले ही इससे बाइक की खूबसूरती बढ़ जाए लेकिन पर्यावरण के लिए यह किसी भी रूप में सुरक्षित नहीं है। स्पेशल ड्राइव चलाकर पुलिस इस पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रही है।
Monster Machine क्या होता है?
युवा वर्ग के लोग नई बाइक में अलग से मॉन्स्टर मशीन लगाते हैं। इससे बाइक की आवाज में परिवर्तन आ जाती है। दूर से ही बाइक की आवाज सुनकर लोग समझ जाते हैं कि आखिर कौन आ रहा है। कुछ लोग अलग से सलेनसर लग जाते हैं जिससे बाइक की आवाज चेंज हो जाती है। सैलेंसर बदलवाने से लोग बाइक देखकर ही पहचान कर लेते हैं कि यह असली है या नकली। अब सलेनसर की जगह कुछ लोग एयर फिल्टर चेंज करवाते हैं। एयर फिल्टर से बाइक की आवाज चेंज हो जाती है। अलग-अलग आवाज और अलग-अलग डिजाइन में यह उपलब्ध है।
बाइक में Monster Machine क्यों लगाते हैं
बाइक की आवाज को चेंज करने के लिए एयर फिल्टर लग जाते हैं। इससे लोगों की एक अलग ही पहचान बन जाती है। लेकिन यह लीगल नहीं है। इससे ध्वनि प्रदूषण होता है। ट्रैफिक पुलिस स्पेशल ड्राइव जलाकर मॉन्स्टर मशीन और अलग से सैलेंसर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को पकड़कर चालान कर रही है। अगर आप भी बाइक की आवाज को बदलने के लिए अलग से सैलेंसर या मॉन्स्टर मशीन का इस्तेमाल करते हैं तो इसे जल्दी ही निकाल दें। मॉन्स्टर मशीन और सैलेंसर हमारे देश में अवैध है।
हो सकता है इतने रुपये का चालान
मोटर वाहन अधिनियम 2021 की धारा 190 (2) के तहत वाहन से होने वाली ध्वनि प्रदूषण पर 10 हजार रुपये तक का चालान है. पुराने अधिनियम 1988 के तहत 1 हजार रुपये का चालान था। वाहन में किसी भी तरह का बदलाव अवैध है। अगर आप भी बाइक या कार मॉडिफाई कर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो जल्दी ही इसे सही करवा लें। नहीं तो हजारों रुपए का चालान हो सकता है। वाहन चलाते समय सेफ्टी और सिक्योरिटी का खास ख्याल रखें।
Latest Business News