रॉयल एनफील्ड कंपनी की ये है दुनिया की सबसे छोटी बाइक, मात्र 22 CC का है इंजन
फ्यूल टैंक छोटा होने के कारण कुछ लोग लंबी दूरी तय करने से डरते थे। इसलिए कंपनी ने इसमें अलग से एक पैडल दिया था।
रॉयल एनफील्ड कंपनी ने 80 के दशक में मात्र 22 सीसी की इंजन के साथ एक बाइक को लॉन्च किया था। यह 80 के दशक की बात है। बाइक और कार के शौकीन लोग आज भी इसे शोपीस के रूप में रखते हैं।
रॉयल एनफील्ड कंपनी की पहचान भारी भरकम बाइक और दमदार इंजन के कारण है। हाल ही में कंपनी ने 650cc की कॉन्टिनेंटल जीटी को लांच किया था। रॉयल एनफील्ड कंपनी भारत सहित अन्य 3 देशों की सेना को मजबूत बाइक उपलब्ध करवा रही है। 90 के दशक में रूसी सेना भी रॉयल एनफील्ड कंपनी की बाइक का इस्तेमाल करते थे। बुलेट लॉन्च होने के बाद से ही भारत में इस कंपनी की एक अलग पहचान बन गई है। क्या आपको दुनिया की सबसे छोटी इंजन वाली बाइक के बारे में पता है।
ये है 22 सीसी की इंजन वाली रॉयल एनफील्ड कंपनी की बाइक
1980 के दशक में रॉयल एनफील्ड कंपनी के लिए बाइक डिजाइन करने वाले Morbidelli ने एक बाइक को डिजाइन किया था। Morbidelli इटली के रहने वाले थे। उन्होंने इस बाइक को मोफा (Mofa) नाम दिया था। जिसे आमतौर पर लोग मोपेड भी कहते हैं। कंपनी ने पहली बार इतना कम सीसी के साथ किसी बाइक को लांच किया था। यह इतनी हल्की थी कि इसे लोग भी पेट्रोल खत्म हो जाने के बाद उठाकर कहीं भी ले जा सकते थे। 30 किलोग्राम वजन होने के बावजूद भी 80 किलोग्राम तक के लोग चला सकते थे।
1 लीटर पेट्रोल में 90 किलोमीटर तक कर सकते थे सफर
इस मोपेड की फ्यूल टैंक की क्षमता मात्र 1.45 लीटर की थी। फ्यूल टैंक छोटा होने के कारण कुछ लोग इसे चलाते समय अलग से पेट्रोल भी लेकर जाते थे। 1 लीटर पेट्रोल में इसे 90 किलोमीटर तक चला सकते थे। इंजन और फीचर्स की बात करें तो यह सिंगल सिलेंडर और टू स्ट्रोक के साथ लांच हुई थी। एयर कूल्ड इंजन होने के कारण इससे लंबी दूरी तय कर सकते थे। इस मोपेड की इंजन अधिकतम 0.8 बीएचपी पावर जनरेट करने में सक्षम थी।
इस फीचर के कारण आज भी है इस मोपेड की अलग पहचान
फ्यूल टैंक छोटा होने के कारण कुछ लोग लंबी दूरी तय करने से डरते थे। इसलिए कंपनी ने इसमें अलग से एक पैडल दिया था। आज के समय में आमतौर पर साइकिल में पैडल देखने को मिल जाती है। रॉयल इनफील्ड कंपनी की इस मोपेड की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि पेट्रोल खत्म हो जाने पर पैडल से चला कर इसे पेट्रोल पंप तक ले जा सकते थे। इसमें एक छोटा सा हेड लाइट भी दिया गया था। 80 के दशक में लोकप्रियता बटोरने के बावजूद आज भी कई शौकीन लोगों के पास यह देखने को मिल जाती है।