डेट्रॉयट। रूस-यूक्रेन युद्ध का दुनिया भर के कारोबारों में गहरा और विपरीत असर पड़ रहा है। कच्चे तेल की कीमतें आसमान पर हैं वहीं जरूरी वस्तुओं की सप्लाई भी बाधित हो रही है। इस बीच दुनिया की इंजीनियरिंग फैक्ट्री कहे जाने वाले जर्मनी की हालत सबसे ज्यादा पतली है। दुनिया की प्रमुख लक्जरी कारें इसी जर्मनी में बनती हैं। लेकिन युद्ध के चलते सप्लाई चेन में बाधा आई है। जिससे बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज और फॉक्सवैगन जैसी कंपनियों को उत्पादन रोकने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
दुनिया की प्रमुख लक्जरी कार निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू ने जर्मनी स्थित अपने दो कारखानों में उत्पादन रोक दिया है, मर्सिडीज अपने संयंत्रों में काम धीमा कर रही है और फॉक्सवैगन ने उत्पादन रुकने की चेतावनी देने हुए कलपुर्जों के वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करने की बात कही है। वैश्विक ऑटो क्षेत्र एक साल से अधिक समय से सेमीकंडक्टर चिप और अन्य महत्वपूर्ण कलपुर्जों की कमी से जूझ रहा है, जिससे उत्पादन कम हो गया है, आपूर्ति धीमी हो गई है और कीमतों में इजाफा हुआ है।
इसबीच यूक्रेन के खिलाफ रूस द्वारा छेड़े गए युद्ध से हालात और बिगड़ गए हैं, क्योंकि यूक्रेन से आने वाली बिजली की वायरिंग की अचानक भारी किल्लत हो गई है। खरीदार अधिक होने, कलपुर्जों की कमी और युद्ध के कारण नए व्यवधानों से गाड़ियों की कीमतें अगले साल और भी बढ़ सकती हैं। फिलहाल युद्ध के कारण यूरोप में उत्पादन प्रभावित हो रहा है, लेकिन आखिरकार अमेरिका में भी उत्पादन पर इसका असर होगा।
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