EV Industry: महंगाई, महंगाई, महंगाई... पिछले महीने जब अक्टूबर की महंगाई के आंकड़े जारी हुए तो आम आदमी से लेकर खास आदमी ने राहत की सांस ली थी और ये कयास लगाए जाने लगे थे कि दुनिया भर में आ चुकी मंदी का असर भारत पर नहीं पड़ेगा, लेकिन अब ये कहानी पुरानी होती नजर आ रही है। इसी महीने की शुरुआत में छोटी बजट की कार बनाने वाली कंपनी मारुति और टाटा से लेकर लक्जरी कार कंपनी मर्सिडीज और ऑडी ने जनवरी से कार की कीमतों में इजाफा करने को कहा है। इन सब के बीच ईवी इंडस्ट्री से एक चौंकाने वाली खबर आई है। महंगे होते ईंधन की कीमतों से निपटने के लिए सरकार ईवी गाड़ियों को बढ़ावा दे रही है, लेकिन अब ईवी गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली बैटरी के दाम बढ़ने जा रहे हैं।
कितने बढ़ेंगे दाम?
बैटरी की कीमतें बढ़ने से सीधा असर ईवी वाहनों पर पड़ेगा। खबरों की माने तो 7 से 10 फीसदी तक ईवी के दाम बढ़ सकते हैं, यानि अगर आप कोई कार लेने की सोच रहे हैं और उसकी कीमत 20 लाख रुपये है तो आपको अब 22 लाख रुपये चुकाने पड़ सकते हैं। इसका असर सिर्फ कार पर नहीं दोपहिया और तीन पहिया वाहनों पर भी पड़ेगा।
बैटरी के दाम बढ़ने के पीछे हैं ये 4 कारण
- चीन में जारी लॉकडाउन के चलते लिथियम की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
- कोबाल्ट, निकल और लिथियम जैसे खनिज इंटरनेशनल मार्केट में महंगे हो गए हैं।
- केंद्र सरकार ने देश में बैटरी परीक्षण के लिए सख्त नियम लागू किए हैं।
- बैटरी में इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स के रेट बढ़ गए हैं।
मारुति ने भी अगले साल दाम बढ़ाने का किया था ऐलान
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में मारुति ने इसी महीने के शुरुआत में कहा था कि कुल महंगाई और हालिया नियामकीय जरूरतों के बीच कंपनी पर लागत दबाव बढ़ा है। यानी 31 दिसंबर तक अगर आप मारुति की कार बुक करते हैं तो आपको बढ़ी कीमत नहीं देगी होगी। वहीं, 1 जनवरी 2023 से आपको अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। माना जा रहा है कि कीमत में 1 से 2 फीसदी की बढ़ोतरी कंपनी कर सकती है।
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