A
Hindi News पैसा ऑटो पाकिस्तान में सुजुकी ने बंद की अपनी फैक्ट्री, कलपुर्जों की किल्लत के चलते कारों और बाइक के प्लांट पर जड़ा ताला

पाकिस्तान में सुजुकी ने बंद की अपनी फैक्ट्री, कलपुर्जों की किल्लत के चलते कारों और बाइक के प्लांट पर जड़ा ताला

कलपुर्जों की किल्लत के चलते Pak Suzuki ने 22 जून से 8 जुलाई तक अपने मोटरसाइकिल और कार मैन्युफैक्चरिंग प्लाांट को बंद रखने की घोषणा की है।

पाकिस्तान में सुजुकी ने बंद की अपनी फैक्ट्री- India TV Paisa Image Source : FILE पाकिस्तान में सुजुकी ने बंद की अपनी फैक्ट्री

पाकिस्तान (Pakistan) के लिए बुरी खबरों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारी विदेशी कर्ज, बढ़ती महंगाई, घटते विदेशी मुद्रा भंडार जैसी समस्याएं पहले से ही पाकिस्तान के लिए आम खबर हो चुकी है, वहीं इसमें फैक्ट्रियों का अक्सर बंद पड़ जाना भी शामिल होता जा रहा है। वाहन उद्योग किसी भी देश की रीढ़ माना जाता है, लेकिन बदहाल पाकिस्तान में अब यह उद्योग भी बंदी की कगार पर है। ताजा मामला वाहन निर्माता कंपनी सुजुकी (Pak Suzuki) से जुड़ा है। कलपुर्जों की किल्लत के चलते सुजुकी मोटर कंपनी ने अपने मोटरसाइकिल और कार फैक्ट्री पर ताला जड़ दिया है। कंपनी ने 22 जून से 8 जुलाई तक अपने मोटरसाइकिल और कार मैन्युफैक्चरिंग प्लाांट को बंद रखने की घोषणा की है।

पाकिस्तान में आम हो चली ताला बंदी 

पाकिस्तान में फैक्ट्रियों का चलते चलते बंद पड़ जाना अब आम हो गया है। पहले ही महंगाई और 21 प्रतिशत की ब्याज दर के चलते वाहन उद्योग पहले ही मुश्किलों में है। उस पर कलपुर्जों की कमी ने हालत और भी पतली कर दी है। कंपनी ने कहा कि वह मई 2022 में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा कंप्लीटली नॉक-डाउन किट के आयात के लिए पूर्व स्वीकृति मिल गई थी। लेकिन इसके बावजूद पार्ट न मिल पाने के चलते वह उत्पादन को निलंबित कर रही थी। इससे पहले पाक सुजुकी ने 19 जून से अगस्त 2022 तक अपने कार संयंत्र को 75 दिनों से अधिक समय तक बंद रखा था।

नाममात्र की बची बिक्री 

पाकिस्तान के लोग कमर तोड़ महंगाई की मार झेल रहे हैं। पहले तो उन्हें कार खरीदना महंगा पड़ रहा है, वहीं पेट्रोल के दाम 300 रुपये लीटर तक पहुंच चुके हैं। ऐसे में वाहन उद्योग की हालत काफी खराब हो चुकी है। पाक सुजुकी की बात करें तो कंपनी अप्रैल 2023 में 1,474 इकाइयों की तुलना में मई 2023 में 2,958 वाहनों की बिक्री की। हालांकि, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 134,270 इकाइयों की तुलना में बिक्री 54 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 62,354 इकाई दर्ज की गई है।

ऑटो फाइनेंसिंग में बड़ी गिरावट

बकाया ऑटो ऋणों की राशि ने लगातार 11वें महीने में गिरावट देखी गई है। अप्रैल में 309 बिलियन रुपये के मुकाबले मई में 9 बिलियन की गिरावट के साथ यह 300 बिलियन हो गई। स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च में ब्याज दर 21 प्रतिशत हो गई। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ऑटो फाइनेंस की रफ्तारको धीमा करने और चार पहिया वाहनों की मांग को धीमा करने के उपाय कर रहा है। इसके गलत परिणाम अब सामने दिखने लगे हैं।

Latest Business News