1 या 2 नहीं! 28 नई गाड़ियां भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी मारुति, जानिए कब तक लॉन्च होंगे ये मॉडल
मारुति ने नौ साल में 20 लाख इकाई की सालाना प्रोडक्शन क्षमता जोड़ने के लिए ‘मारुति 3.0’ नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत कर रही है।
भारतीय ऑटो बाजार में अपनी हिस्सेदारी और मजबूत करने के लिए मारुति सुजुकी इंडिया ने कमरकस ली है। कंपनी ने भारतीय बाजार में 1 या 2 नहीं! बल्कि 28 नई गाड़ियां लॉन्च करने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि मौजूदा समय में भारतीय कार बाजार में मारुति की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी है। यानी 100 नई कार खरीदने वालों में से 50 गाड़ी मारुति की खरीदते हैं। हालांकि, हाल के दिनों में कई नई कंपनियों ने मारुति को कड़ी टक्कर दी है। इसको देखते हुए कंपनी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत कंपनी नए मॉडल लॉन्च करने पर जोर दे रही है।
‘मारुति 3.0’ नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत
मारुति ने नौ साल में 20 लाख इकाई की सालाना प्रोडक्शन क्षमता जोड़ने के लिए ‘मारुति 3.0’ नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत कर रही है। कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि वित्त वर्ष 2030-31 तक कंपनी 28 मॉडल बाजार में उतारेगी। उन्होंने 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी के शेयरधारकों को अपने संबोधन में कहा, “भारत में एसयूवी की बिक्री लगातार बढ़ रही है और शुरुआती स्तर के छोटी कार बाजार की वृद्धि दर पूर्व स्तर तक पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। ऐसे में कंपनी अब अपने उत्पादन संयंत्रों को पुनर्गठित कर रही है।” उन्होंने कहा कि कंपनी वास्तविक स्थिति तथा भविष्य का अनुमान लगा रही है। भार्गव ने यह भी कहा, ''भारतीय कार उद्योग के दहाई अंक में वृद्धि करने की उम्मीद नहीं है, जैसा कि अतीत में चीन में हुआ था। हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2030-31 तक छह प्रतिशत की वृद्धि दर बरकरार रहेगी।''
भारतीय कार बाजार दुनिया में तीसरा बड़ा मार्केट
भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए कंपनी द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “अब जो योजना बनाई जा रही है उसे ‘मारुति 3.0’ की शुरुआत कहा जा सकता है। हमारा पहला चरण तब था, जब हम एक सार्वजनिक उद्यम थे। कोविड महामारी से दूसरा चरण समाप्त हुआ और भारतीय कार बाजार दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा बन गया। कंपनी के सामने चुनौतियां अभूतपूर्व हैं।” उन्होंने कहा, “बीस लाख इकाई की क्षमता बनाने में हमें 40 साल लग गए और एसएमसी (सुज़ुकी मोटर कॉर्पोरेशन) ने गुजरात संयंत्र स्थापित करके इसे पूरा किया। कंपनी को अब अगले नौ वर्षों में 20 लाख इकाई की क्षमता और जोड़नी होगी।”
विदेशों में मारुति की कार की मांग बढ़ रही
मारुति सुजुकी को उम्मीद है कि निर्यात की मांग बढ़ती रहेगी और वित्त वर्ष 2030-31 तक निर्यात बढ़कर 7.5 लाख से आठ लाख कारों तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि घरेलू मांग और निर्यात जरूरतों के कारण कंपनी के लिए अतिरिक्त 20 लाख इकाई की विनिर्माण क्षमता जोड़ना आवश्यक हो गया है।