Mahindra भारतीय बाजार में उतारेगी 5 इलेक्ट्रिक SUV, कंपनी ने इंगलो ईवी प्लेटफॉर्म को प्रदर्शित किया
Mahindra: सभी वाहनों की बैटरी क्षमता 60 - 80 kWh के बीच होगी। वहीं, यह वाहन 175 kW फ़ास्ट चार्जिंग के साथ सिर्फ 30 मिनट के भीतर 80% चार्ज हो जाएंगे।
Mahindra समूह इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नई रणनीति का ऐलान किया है। कंपनी ने 2024 से लेकर 2026 तक पांच इलेक्ट्रिक गाड़ियां उतारने का ऐलान किया है। इसमें एक्सयूवी-ई8, एक्सयूवी-ई9, बीई-05, बीई-07 और बीई-09 शामिल है। यह कंपनी के INGLO प्लेटफॉर्म पर आधारित होंगे। सबसे पहले एक्सयूवी-ई8 को दिसंबर 2024 तक लॉन्च किया। महिंद्रा समूह ने प्रमुख वैश्विक ऑटो कंपनी, फॉक्सवैगन के साथ इलेक्ट्रिक गाड़ियों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए एक समझौता किया है। दोनों कंपनियों ने मुंबई स्थित ऑटोमेकर के नए इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म इंगलो के लिए एमईबी (मॉड्यूलर इलेक्ट्रिक ड्राइव मैट्रिक्स) इलेक्ट्रिक कल पुर्जो की आपूर्ति पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इलेक्ट्रिक कार बाजार में पकड़ बनाने की तैयारी
कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘इसके अलावा, दोनों कंपनियां भारतीय ऑटोमोटिव इलेक्ट्रिक कार बाजार में तेजी लाने के लिए एक व्यापक रणनीतिक गठबंधन का रास्ता खोलते हुए सहयोग के लिए और अवसर तलाशेंगी। महिंद्रा ने सोमवार को ब्रिटेन के बैनबरी में अपने बॉर्न ईवी विज़न अनावरण कार्यक्रम में अपनी नई इलेक्ट्रिक एसयूवी रेंज का प्रदर्शित किया। इलेक्ट्रिक ‘स्पोर्ट्स यूटिलिटी’ वाहन (एसयूवी) को बिल्कुल नए इंगलो प्लेटफॉर्म ढांचे पर पेश किया जाएगा और इन्हें इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन, बैटरी सिस्टम और बैटरी सेल सहित एमईबी कलपुर्जो से लैस करने की परिकल्पना की गई है।
बैटरी निर्माण करने की भी योजना
कंपनियों ने कहा कि भारत के लिए संभावित रणनीतिक गठबंधन की दिशा में अगले कदम के रूप में, दोनों कंपनियां ई-मोबिलिटी के क्षेत्र में सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पता लगाने के लिए सहमत हुई हैं, जिसमें वाहन परियोजनाएं, बैटरी सेल निर्माण का स्थानीयकरण और भारत में इलेक्ट्रिक पारिस्थिकी तंत्र के लिए चार्जिंग और ऊर्जा समाधान शामिल हैं। फॉक्सवैगन ग्रुप ऑफ मैनेजमेंट मेंबर फॉर टेक्नोलॉजी और फॉक्सवैगन ग्रुप कंपोनेंट्स के सीईओ थॉमस श्मॉल ने कहा, ‘‘एक साथ, वोक्सवैगन और महिंद्रा भारत के विद्युतीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं, जो महत्वाकांक्षी जलवायु संरक्षण प्रतिबद्धताओं के साथ एक विशाल ऑटोमोटिव बाजार है।’’