भारत में इस अमेरिकी कंपनी का हुआ था डिब्बा गुल, अब बिक रहा है इसका कारखाना, जानिए कौन है खरीदार
जनरल मोटर्स इंडिया के तालेगांव कारखाने की मौजूदा उत्पादन क्षमता 1.3 लाख इकाई सालाना है। इसके सहारे हुंडई अपना उत्पादन बढ़ाने जा रही है।
अमेरिकी कार कंपनी जनरल मोटर्स ने बीते दशक में भारतीय बाजार को गुडबाय कह दिया था। जनरल मोटर्स भारत में शेवरले के नाम से कारों का निर्माण करती थी। घटती बिक्री से परेशान कंपनी 2017 में भारतीय बाजार से बाहर निकल गई थी। वहीं 2020 में कंपनी के पुणे के निकट तालेगांव प्लांट में उत्पादन भी बंद हो गया। अब कंपनी का यह तालेगावं प्लांट बिकने जा रहा है और खरीदार बनी है साउथ कोयिरन कार कंपनी हुंडई मोटर्स हुंडई मोटर इंडिया ने जनरल मोटर्स इंडिया के तालेगांव कारखाने के अधिग्रहण को लेकर संपत्ति खरीद समझौता किया है। कंपनी ने इस साल मार्च में जनरल मोटर्स इंडिया (जीएमआई) तालेगांव विनिर्माण संयंत्र में भूमि, भवन और कुछ विनिर्माण उपकरण हासिल करने को लेकर शुरुआती समझौता किया था।
2025 से शुरू होगा हुंडई कारों का प्रोडक्शन
हुंडई मोटर्स ने कहा कि वह 2025 में कारखाने में विनिर्माण कार्य शुरू करने की योजना बना रही है। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) उन्सु किम ने बयान में कहा ने कहा, ‘‘हमारी महाराष्ट्र के तालेगांव में ‘मेड-इन-इंडिया’ कारों के लिये एक अत्याधुनिक कारखाना बनाने की योजना है। हमारा विनिर्माण कार्य 2025 में महाराष्ट्र के तालेगांव में शुरू होने वाला है।’’
कारखाने में बनेंगी 1.3 लाख कारें
जनरल मोटर्स इंडिया के तालेगांव कारखाने की मौजूदा उत्पादन क्षमता 1.3 लाख इकाई सालाना है। कंपनी ने कहा, ‘‘समझौता पूरा होने के बाद हुंदै का बाजार में रणनीतिक लक्ष्य हासिल करने के लिये सालाना उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है।’’ हुंदै मोटर इंडिया ने कहा, ‘‘एचएमआईएल ने इस वर्ष की पहली छमाही में अपनी उत्पादन क्षमता 7.5 लाख इकाई से बढ़ाकर 8.2 लाख इकाई कर ली है। तालेगांव संयंत्र की क्षमता वृद्धि एचएमआईएल के लिये प्रति वर्ष लगभग 10 लाख इकाई उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने का आधार तैयार करेगी।’’
चेन्नई कारखाने की बढ़ेगी क्षमता
इस साल की शुरुआत में कंपनी ने क्षमता विस्तार और इलेक्ट्रिक वाहन परिवेश स्थापित करने के लिये 20,000 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये थे। कंपनी का श्रीपेरम्बदुर (चेन्नई) और तालेगांव कारखानों के साथ सालाना 10 लाख इकाई की उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है।