EV Car Battery Pack: इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने की चाहत हर किसी की होती है, लेकिन इसके बैटरी पैक को लेकर अमूमन लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। चाहे वह स्कूटर हो या कार, इलेक्ट्रिक वाहन का बैटरी पैक का रोल सबसे इंपोर्टेंट होता है। इसके साथ ही यह गाड़ी का सबसे महंगा पार्ट भी है। ऐसे में ईवी मालिकों या भविष्य में खरीदने की इच्छा रखने वालों के सामने हमेशा कुछ सवाल होते हैं, जैसे कि कैसे पता करें कि बैटरी पैक खराब हो गया है या होने वाला है, इसे ठीक करवाने में कितना खर्च लग सकता है, कंपनी पर कितनी वारंटी है। इसके साथ ही क्या इतना महंगा होने के बाद भी EV लेना फायदे का सौदा है? इन सभी सवालों को लेकर ईवी मालिक हमेशा परेशानी में रहते हैं। इस समस्या को हल करने के लिए हम आपके हर सवाल का जवाब लेकर आए हैं, तो आइए जानते हैं कि आपकी कार या स्कूटर के बैटरी पैक की लाइफ क्या होगी।
बैटरी कितने साल चलेगी?
लगभग सभी ऑटो कंपनियां आपकी कार के बैटरी पैक पर लगभग 8 साल तक की वारंटी देती है। वहीं, माना जा रहा है कि अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो बैटरी की लाइफ 10 साल से ज्यादा हो सकती है। यही हाल स्कूटर का है, दोपहिया निर्माता कंपनियां बैटरी पैक पर 3 से 5 साल की वारंटी देती हैं।
कैसे समझें कि बैटरी खराब हो रही है?
इलेक्ट्रिक कार या स्कूटर की बैटरी खराब हो रही है या नहीं इसका पता लगाना काफी आसान है। ऐसा कभी अचानक नहीं होता। बैटरी धीरे-धीरे खराब होती है। जब आपके वाहन की रेंज कम होने लगे और आपको उसे बार-बार चार्ज करना पड़े तो बैटरी की जांच करा लें। रेंज कम करना यह पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है कि बैटरी खराब है या नहीं।
इसकी लागत क्या है?
EV का बैटरी पैक महंगा होता है। यदि यह डैमेज है और वारंटी के अंदर नहीं है, तो आपको इस पर बहुत अधिक खर्च करना पड़ सकता है। कार के बैटरी पैक की बात करें तो इसकी कीमत लाखों रुपये में जाती है, वहीं एक दोपहिया वाहन का बैटरी पैक भी कई हजारों में बैठता है।
खराब होने के क्या कारण हैं?
अगर किसी इलेक्ट्रिक वाहन की बैटरी उसके लाइफ सेल्फ से पहले ही खराब हो रही है तो इसके कई कारण हो सकते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि आप कैसे चार्ज कर रहे हैं। फास्ट चार्जर के ज्यादा इस्तेमाल से भी बैटरी खराब होती है। वहीं, बैटरी को पूरी तरह से डिस्चार्ज करने या हर बार 100 फीसदी चार्ज करने से भी बैटरी की लाइफ कम हो जाती है। ईवी बैटरी को 15 परसेंट तक पहुंचने पर चार्ज किया जाना चाहिए, जबकि इसे 80 से 85 परसेंट तक चार्ज करना चाहिए।
क्या मौसम का भी असर पड़ता है?
यह सच है कि मौसम का भी बैटरी पर काफी प्रभाव पड़ता है। जिन इलाकों में तापमान माइनस या 27 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहता है, वहां बैटरी जल्दी खराब होने की समस्या होती है।
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