नयी दिल्ली। भारतीय कार बाजार में अजीबोगरीब स्थिति बनी हुई है। एक ओर ग्राहकों के लिए अपनी सपनों की कार की चाबी हाथ में आने का इंतजार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है, वहीं कार कंपनियां भी सेमीकंडक्टर के चलत कारों की घटती बिक्री से परेशान हैं। वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने बुधवार को कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दिसंबर में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में 11 फीसदी की गिरावट आई है।
फाडा ने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी का संकट अब भी बना हुआ है। यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले महीने 10.91 फीसदी गिरकर 2,44,639 इकाई पर आ गई जो दिसंबर 2020 में 2,74,605 इकाई थी। फाडा के अध्यक्ष विनकेश गुलाटी ने एक बयान में कहा कि दिसंबर के महीने में आमतौर पर अधिक बिक्री होती है क्योंकि विनिर्माता वर्ष बदलने के मद्देनजर वाहनों की बिक्री के लिए काफी छूट देते हैं।
लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और खुदरा बिक्री निराशाजनक रही। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की समस्या बनी हुई है जिसकी वजह से बड़ी संख्या में बुकिंग के बावजूद बिक्री कम रही। पिछले महीने दो पहिया वाहनों की बिक्री भी कम रही। दिसंबर 2021 में 11,48,732 वाहनों की बिक्री हुई जो दिसंबर 2020 में हुई कुल 14,33,334 वाहनों की बिक्री के मुकाबले 19.86 फीसदी कम है।
हालांकि दूसरी ओर व्यावसायिक वाहनों की खुदरा बिक्री में पिछले वर्ष के मुकाबले 13.72 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले महीने कुल 58,847 वाहन बिके जबकि दिसंबर 2020 में 51,749 वाहन बिके थे। पिछले महीने विभिन्न प्रकार के कुल 15,58,756 वाहनों की खुदरा बिक्री हुई जो दिसंबर 2020 में बिके 18,56,869 वाहनों के मुकाबले 16.05 फीसदी कम है।
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