अगर आप भी CNG कार चलाते हैं, या फिर आटो या टैक्सी की सेवाएं लेते हैं तो संभल जाइए। क्योंकि जल्द ही आप पर महंगाई का बम फूटने वाला है। बीते साल बेतहाशा वृद्धि के बाद फिलहाल कई महीनों से थमी सीएनजी की कीमतों में फिर से आग लगने वाली है। इसके पीछे प्रमुख कारण गैस की कीमतों का बढ़ना नहीं बल्कि गैस के परिवहन की लागत का बढ़ना बताया जा रहा है।
बिजनेस वेबसाइट मनीकंट्रोल में छपी खबर के अनुसार भारत की प्रमुख गैस कंपनी गेल अपनी पाइपलाइनों के लिए टैरिफ में इजाफा करने जा रही है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (PNGRB) ने 22 मार्च को ऐलान किया है कि गेल(इंडिया) की नेचुरल गैस पाइपलाइनों के लिए टैरिफ का शुल्क बढ़कर 45 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। इसके बाद 1 अप्रैल, 2023 से यह टैरिफ 58.61 रुपये प्रति एमएमबीटीयू हो जाएगा।
महंगी हो जाएगी सीएनजी और पीएनजी
टैरिफ में इस बढ़ोतरी से राजस्व को लेकर दबाव झेल रही गेल को तो फायदा होगा, लेकिन आम ग्राहकों को इसकी मार झेलनी पड़ सकती है। फिलहाल गैस वितरण कंपनियों जैसे इंद्रप्रस्थ गैस आदि की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस वृद्धि के चलते आम ग्राहकों पर 1 रुपये प्रति किलो तक का बोझ पड़ सकता है।
घट रहे हैं सीएनजी कार ग्राहक
सीएनजी की बढ़ती कीमतों के चलते लोगों का रुझान भी इस ओर काफी कम हो रहा है। दिल्ली से लेकर देश के लगभग सभी राज्यों में सीएनजी की कीमतों में बीते एक साल में जबर्दस्त वृद्धि हुई है। एक समय पेट्रोल से आधी कीमत पर मिलने वाली सीएनजी डीजल की कीमतों को भी पार कर रही है। गुरुग्राम और कानपुर जैसे शहरों में डीजल और सीएनजी की कीमत काफी हद तक बराबर आ चुकी है। वहीं कुछ शहरों में तो यह डीजल से भी महंगी हो चुकी है।
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