बार-बार खराब होते क्लच प्लेट से ऐसे पाएं निजात, नही होगी परेशानी
क्लच प्लेट जब भी खराब होने लगती है तब बाइक का साउन्ड बदल जाता है। अगर आप टॉर्क को ही बाइक का साउन्ड समझ रहे हैं तो ऐसा नहीं है। कई लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है। आइए जानते हैं क्लच प्लेट के बारे में।
Clutch Plate: एक बाइक के मेकैनिक्स में क्लच प्लेट बहुत अहम रोल अदा करता है। क्लच प्लेट अगर ठीक न हो और फिर भी बाइक लगातार चलाई जाए तो गंभीर दुर्घटना हो सकती है। लेकिन हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे सकते हैं जिनसे आप क्लच प्लेट खराब होने से पहले ही उसके खराबी के बारे में जान जायेंगे।
बाइक की आवाज पर दें ध्यान
क्लच प्लेट जब भी खराब होने लगती है तब बाइक का साउन्ड बदल जाता है। अगर आप टॉर्क को ही बाइक का साउन्ड समझ रहे हैं तो ऐसा नहीं है। टॉर्क के अलावा भी बाइक के इंजन से एक आवाज आती है जो स्मूद बाइक चलने पर बहुत मुश्किल से ही सुनाई देती है लेकिन अगर कोई गड़बड़ हो, जो कि क्लच खराब होने पर होती ही है, तब ये आवाज बहुत तेज करने लगती है। अगर आपकी बाइक कोई अजीब सा साउन्ड कर रही है तो उसे तुरंत सर्विस सेंटर ले जाएं।
गियर शिफ्टिंग में होगी दिक्कत
क्लच प्लेट खराब होने पर गियर शिफ्टिंग में दिक्कत आने लगती है। गियर शिफ्टर बहुत हार्ड या बिल्कुल सॉफ्ट हो जाता है। ये भी क्लच प्लेट खराब होने का सिग्नल है। क्लच प्लेट की लॉन्ग लाइफ के लिए कभी भी गलत गियर में बाइक न चलाएं। कुछ बाइकर्स को शौक होता है कि वह बाइक का एक्सट्रीम साउंड सुनने के लिए बाइक को पहले या दूसरे गियर में काफी देर तक एक्सलरेट करते रहते हैं जबकि ये बाइक के बिल्कुल बहुत हानिकारक है। सही गियर में बाइक चलाने पर बाइक स्मूद तो चलती ही है, साथ ही एवेरेज भी बेहतर देती है और क्लच प्लेट की लाइफ भी बढ़ जाती है।
क्लच वायर की दिक्कत को न करें इग्नोर
क्लच वायर में कई बार लुब्रिकेशन की कमी उसको रफ कर देती है और वायर फंसने लगता है। इसको इग्नोर करना बिल्कुल सही नहीं होता है। कई बार कमी क्लच वायर में होती है जिससे क्लच पूरी तरह पुश नहीं होता है, जब क्लच पुश नहीं होता तो गियर शिफ्टिंग भी हार्ड हो जाती है और हमें लगता है कि क्लच प्लेट खराब होने वाली है। इसलिए क्लच वायर में जरा भी दिक्कत है तो उसे इग्नोर न करें।
सावधानी बचा सकती है दुर्घटना भी और पैसे भी
अगर आपको क्लच प्लेट में कोई भी इशू लगता है और आप बिना आलस किये तुरंत सर्विस सेंटर ले जाते हैं तो आप खुद को किसी बड़ी दुर्घटना से तो बचाते ही हैं, साथ ही साथ आप लंबे खर्चे से भी बच सकते हैं। दरअसल भारत की ज्यादातर बाइक्स में मल्टी-प्लेट क्लच इस्तेमाल होता है। अगर आप शुरुआती समय में ही क्लच प्लेट की कमी को टेस्ट करवा लेते हैं तो सिंगल प्लेट, क्लच हब, क्लच बास्केट या क्लच स्प्रिंग्स को बदलकर ही काम चल जाता है। बहुत देर कर देने पर ये पूरा सेट नया पड़ता है जो बहुत कॉस्टली होता है। इसलिए सावधान रहिए, सुरक्षित चलिए और अपनी बाइक का अपनी ही तरह ख्याल रखिए।