अब Bharat-NCAP की स्टार रेटिंग करेगी कार खरीदने में आपकी मदद, जानिए कितना बदल जाएगा ग्राहकों का एक्सपीरिएंस
यह एजेंसी वाहन उद्योग मानक (AIS)-197 के तहत उनके मोटर वाहन को स्टार रेटिंग देगी। मनोनीत एजेंसी इस रेटिंग को पोर्टल पर डालेगी।
भारत में एक दौर था जब कारें लक्जरी लाइफ का प्रतीक होती थीं, लेकिन अब यह आम आदमी की जरूरत हो गई है। इसी के साथ ही अब कारों का खरीदने का पैमाना भी बदल गया है। अब आम लोग कारों में सुरक्षा फीचर्स को लेकर भी काफी संजीदा हो गए हैं। इसके लिए कार कंपनियां अंतरराष्ट्रीय संस्था ग्लोबल एनसीएपी की स्टार रेटिंग दिखाकर ग्राहकों को आकर्षित करती थीं। लेकिन अब सरकार ने भारत में ही क्रैश टैस्ट के आधार पर भारत में ही कारों को सेफ्टी रेटिंग देने का फैसला किया है। सरकार के भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) लेकर आई है। देश का वाहन उद्योग इस बड़े बदलाव लेकर काफी संतुष्ट नजर आ रही है। कंपनियां का मानना है कि इससे ग्राहकों को बेहर गुणवत्ता वाले वाहन चुनने में मदद मिलेगी
क्या है NCAP
भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (भारत-एनसीएपी) सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की पहल है। इसका उद्देश्य भारतीय ग्राहकों के लिए सुरक्षित मॉडलों के विनिर्माण को लेकर मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा करना है। सरकार ने भारत-एनसीएपी पर अधिसूचना का मसौदा जारी किया है। इसमें वाहनों को उनके दुर्घटना परीक्षण के आधार पर ‘स्टार रेटिंग’ देने का प्रस्ताव है। सरकार का लक्ष्य इस कार्यक्रम को पहली अक्टूबर, 2023 से लागू करने का है।
क्या होगा Bharat NCAP का प्रोसेस
भारत-एनसीएपी के तहत विनिर्माताओं या आयातकों को सरकार की ओर से मनोनीत एजेंसी को फॉर्म 70-ए में आवेदन करना होगा। यह एजेंसी वाहन उद्योग मानक (एआईएस)-197 के तहत उनके मोटर वाहन को स्टार रेटिंग देगी। मनोनीत एजेंसी इस रेटिंग को पोर्टल पर डालेगी। भारत-एनसीएपी एक स्वैच्छिक कार्यक्रम होगा।
कार कंपनियों का क्या है रिस्पॉन्स
भारत एनसीएपी को लेकर देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने अच्छा रिस्पॉन्स दिया है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और टोयोटा किर्लोस्कर सहित देश की प्रमुख वाहन कंपनियों ने सरकार के भारत नयी कार मूल्यांकन कार्यक्रम (भारत-एनसीएपी) को घरेलू उद्योग के लिए सही दिशा में उठाया गया अच्छा कदम करार दिया है। इस पहल का स्वागत करते हुए वाहन विनिर्माताओं ने कहा कि इससे देश में अधिक सुरक्षित कारों के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा।
सुरक्षित वाहनों के लिए बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (वाहन प्रौद्योगिकी और उत्पाद विकास) वेलुसामी आर ने कहा, ‘‘महिंद्रा में हमारा मानना है कि यह सड़क परिवहन मंत्रालय के ठोस कदमों में से है। हम भारत-एनसीएपी के क्रियान्वयन का स्वागत करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की यह पहल समान अवसर पैदा करेगी और इससे भारतीय ग्राहकों के लिए सुरक्षित मॉडलों के विनिर्माण को लेकर मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा। वेलुसामी ने उम्मीद जताई कि सरकार ऐसी सुरक्षित कारें बनाने वाले विनिर्माताओं को कुछ प्रोत्साहन भी देगी।
कार सुरक्षा के बनेंगे मानदंड
इसी तरह की राय जताते हुए स्कोडा ऑटो इंडिया के ब्रांड निदेशक पीटर सोल्क ने कहा कि भारत सरकार सुरक्षा नियमनों और नीतियों पर अधिक जोर दे रही है जिससे कार की सुरक्षा को बेहतर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा एक महत्वपूर्ण पहलू है। स्कोडा भारतीय बाजार में ब्रांड को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षा पर ध्यान देना जारी रखेगी।’’ टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह हमेशा से सरकार के सुरक्षित परिवहन के कदम का समर्थन करती रही है और भविष्य में भी ऐसा ही करेगी। किआ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तेई जिन पार्क ने कहा कि यह कदम भारतीय वाहन उद्योग के लिए काफी अच्छा है। कंपनी ने अधिसूचना का विश्लेषण किया है और वह इसपर काम कर रही है।