नई दिल्ली। फॉक्सवैगन पोलो के कम माइलेज के चलते इसे भारतीय बाजार में कड़ी आलोचना सहनी पड़ती है। लेकिन अब कंपनी ने अपनी इस कमी को भी दूर कर लिया है। अब वॉक्सवैगन पोलो दूसरी कारों की तरह 20 किमी प्रति लीटर का दमदार माइलेज देगी। लेकिन इसके लिए कंपनी ने इंजन को छोटा कर दिया है। जी हां, अभी तक पेट्रोल वेरिएंट में पोलो का 1.2 लीटर इंजन मौजूद था। जिसे बदलकर कंपनी ने 1.0 लीटर का कर दिया है।
यह इंजन छोटा जरूर है लेकिन इसकी पावर और पर्फोर्मेंस पुराने इंजन से कहीं ज्यादा है। माना जा रहा है कि फॉक्सवैगन अपनी कॉम्पेक्ट सेडान एमियो में भी यही इंजन पेश करे। नए इंजन की बात करें तो पुराने इंजन की तुलना में नए इंजन की पावर 1 पीएस बढ़ गई है। सबसे बड़ा आराम माइलेज को लेकर मिला है। पुरानी पोलो जहां 18 का माइलेज देती थी, वहीं नया इंजन 20 किमी प्रति लीटर का माइलेज देगा। डीजल वैरिएंट की बात करें तो इसमें मौजूदा 1.5 लीटर का डीजल इंजन ही दिया गया है। यह इंजन 90 पीएस की पावर जेनरेट करता है वहीं इसका टॉर्क 230 न्यूटन मीटर का है। इसका भी माइलेज 20 किमी प्रति लीटर का है।
भारत में इस इंजन को अभी उतारा गया है लेकिन यूरोप में पहले से ही उपलब्ध है। यूरोप में उपलब्ध छठवीं जनरेशन की पोलो में 1.0 लीटर एमपीआई इंजन लगा है। यूरोपीय मॉडल में यह इंजन दो पावर ट्यूनिंग के साथ दिया गया है। एक की पावर 65 पीएस और दूसरे की पावर 75 पीएस है। यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा है। हालांकि भारत में मौजूद पोलो जीटी में अभी भी 1.2 लीटर का टीएसआई पेट्रोल इंजन ही मिलेगा।
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