बजट से पहले टोयोटा ने दी अच्छी खबर, घरेलू बाजार में बिक्री 92% बढ़ी
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की घरेलू बाजार में बिक्री जनवरी में 92 प्रतिशत बढ़कर 11,126 इकाई पर पहुंच गई।
नयी दिल्ली। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की घरेलू बाजार में बिक्री जनवरी में 92 प्रतिशत बढ़कर 11,126 इकाई पर पहुंच गई। पिछले साल जनवरी में कंपनी ने घरेलू बाजार में 5,804 वाहन बेचे थे। टीकेएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन सोनी ने रविवार को बयान में कहा, ‘‘हमारे लिए नया साल सकारात्मक रुख के साथ शुरू हुआ है और हमारी बिक्री मजबूत रही है। हमारी थोक बिक्री काफी उत्साहजनक है और साथ ही बुकिंग ऑर्डर भी उल्लेखनीय रूप से बढ़े हैं।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस साल नयी फॉर्च्यूनर और लीजेंडर पेश की है। इन दोनों मॉडलों को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर में पेश की गई नयी इनोवा क्रिस्टा को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
2021 में आएंगे अच्छे दिन, बेहतर रहेगी बिक्री
वाहन कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) नये उत्पाद पेश किये जाने और आर्थिक पुनरूद्धार के साथ चालू वर्ष में 2020 के मुकाबले बिक्री बेहतर रहने की उम्मीद कर रही है। जापान की वाहन कंपनी टोयोटा और किर्लोस्कर समूह की संयुक्त उद्यम कंपनी की थोक बिक्री अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में छह प्रतिशत बढ़ी। कंपनी की दिसंबर में थोक बिक्री 7,487 इकाई रही, जो एक साल पहले 2019 के इसी माह में 6,544 इकाई थी। टीकेएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं सेवा) नवीन सोनी ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि जनवरी में भी मांग अच्छी रहेगी। हम पहले ही तीन नये उत्पाद पेश कर चुके हैं और इसके साथ हमें यह भरोसा है कि 2021 बिक्री के मामले में 2020 के मुकाबले बेहतर रहेगा।’’
पाकिस्तान में Toyota Fortuner की कीमत जानकर यकीन नहीं होगा
भारत में Fortuner 2.8 Diesel 4x4 AT की कीमत लगभग 38 लाख रुपये है, तो पाकिस्तान में लगभग इसी मॉडल Fortuner Sigma4 (4x4 Hi) की कीमत 92 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि भारतीय रुपये की कीमत पाकिस्तानी रुपये के दोगुने से भी ज्यादा है, लेकिन फिर भी तुलना की जाए तो पाकिस्तान में कारों का दाम भारत से काफी ज्यादा है। सिर्फ फॉर्च्यूनर ही नहीं, पाकिस्तान में टोयोटा की बाकी की कारें भी भारत के मुकाबले काफी ज्यादा कीमत पर मिलती हैं। ऐसे में पाकिस्तान के आम आदमी के लिए कार खरीदने का ख्वाब देखना भी मुश्किल है।