नयी दिल्ली: घरेलू वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स को सितंबर तिमाही में 187.7 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ। घरेलू बाजार में वाहनों की सुस्त मांग इसकी वजह रही। कंपनी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। एक साल की इसी तिमाही में कंपनी को 1,009.49 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय 65,431.95 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल सितंबर तिमाही में 71,981.08 करोड़ रुपये थी। जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) का कर पूर्व लाभ 15.6 करोड़ पाउंड, 24.6 करोड़ पाउंड रहा।
जेएलआर की थोक बिक्री दूसरी तिमाही के दौरान 2.9 प्रतिशत बढ़कर 1,34,489 इकाई पर रही। टाटा मोटर्स ने कहा कि एकल आधार पर, सितंबर तिमाही में उसे 1,281.97 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। एक साल पहले की इसी तिमाही में उसे 109.14 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।
टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुंटेर बुश्चेक ने कहा, "वाहन उद्योग तेज और लंबी सुस्ती के चपेट में है। नरम मांग, पूंजी उपलब्धता संकट और आर्थिक सुस्ती से वृद्धि पर असर पड़ रहा है।" उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में बाजार में तेज गिरावट आई है, जिससे कंपनी की दूसरी तिमाही का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। टाटा मोटर्स के निदेशक मंडल ने टाटा संस को शेयर जारी करके और बाहरी वाणिज्यिक कर्ज के माध्यम से करीब 10,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की अनुमति दी है।
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