नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने गुरुवार को बताया कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही में उसे 26,960.8 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी ने बताया कि ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) में संपत्ति की हानि की वजह से उसे इतना बड़ा घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2017-18 की समान तिमाही में कंपनी को 1,214.6 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
टाटा मोटर्स ने कहा कि जगुआर लैंड रोवर में 27,838 करोड़ रुपए (3.1 अरब पौंड) की संपत्ति का नुकसान होने की वजह से उसके मुनाफे पर प्रतिकूल असर पड़ा है। हालांकि इस दौरान कंपनी का परिचालन से कुल राजस्व 4.36 प्रतिशत बढ़कर 77,582.71 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 74,337.7 करोड़ रुपए था।
एकीकृत आधार पर कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर 2018 तिमाही में 617.62 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ कमाया, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 211.59 करोड़ रुपए था। कुल एकीकृत आय भी बढ़कर 16,477.07 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले समान तिमाही में 16,186.15 करोड़ रुपए थी।
हालांकि जेएलआर का राजस्व तीसरी तिमाही में 1 प्रतिशत घटकर 6.2 अरब पौंड रहा। टाटा ग्रप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी का घरेलू कारोबार निरंतर मजबूत वृद्धि के पथ पर अग्रसर है और यह अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रहा है एवं मुनाफे वाली वृद्धि कर रहा है। चंद्रशेखरन ने कहा कि जेएलआर के लिए बाजार स्थितियां आगे भी चुनौतीपूर्ण बनी रहेंगी, विशेषकर चीन में।
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी बनने के लिए कंपनी ने कई कदम उठाए हैं, लागत को कम किया है और नकदी प्रवाह को बेहतर बनाया है, इसके अलावा कंपनी मौजूदा उत्पादों और अग्रणी तकनीकों में लगातार निवेश कर रही है।
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