Tata Motors 2025 तक पेश करेगी 10 नए EV, पहली तिमाही में बढ़ी कंपनी की परिचालन आय
घरेलू वाहन विनिर्माता कंपनी टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 4,450.12 करोड़ रुपये रहा है।
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने सोमवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि टेस्ला की भारत में अपने वाहनों को बेचने के लिए आयात शुल्क कम करने की मांग के बीच सरकार अपनी फेम योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने की नीति का लगातार पालन करेगी। ऑटो कंपनी की 2025 तक अपने घरेलू उत्पाद पोर्टफोलियो में 10 नए बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) जोड़ने की योजना है। कंपनी ने कहा कि उसे उम्मीद है कि सरकार की नीति इस वर्ग के लिए अपने द्वारा पहले से शुरू की जा चुकी नीति के अनुरूप बनी रहेगी।
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी पी बालाजी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कहा कि टाटा मोटर्स के दृष्टिकोण से, भारत सरकार ने फेम 2 प्रोत्साहनों के माध्यम से, उस दिशा के लिए पात्रता मानदंड बहुत स्पष्ट रूप से निर्धारित किए हैं जिसमें ईवी को अपनाने के लिए हमें तेजी से बढ़ना चाहिए। इसने इसने हमेशा सस्ती ईवी और साथ ही चरणबद्ध निर्माण योजनाओं के अनुसार स्थानीयकरण पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि सरकार उस विशेष सोच और फेम2 के सिद्धांतों के अनुरूप काम करती रहेगी। हम सभी इसी दिशा में काम कर रहे हैं।
पहली तिमाही का शुद्ध घाटा कम होकर 4,450 करोड़ रुपये
घरेलू वाहन विनिर्माता कंपनी टाटा मोटर्स का चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में एकीकृत शुद्ध घाटा कम होकर 4,450.12 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में कंपनी को 8,443.98 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत परिचालन आय जून 66,406.05 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में 31,983.06 करोड़ रुपये थी।
कंपनी की ब्रिटिश इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की आय चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5 अरब पौंड रही जो एक साल पहले 2020-21 की समान तिमाही के मुकाबले 73.7 प्रतिशत अधिक है। जेएलआर को कर पूर्व 11 करोड़ पौंड का नुकसान हुआ। एकल आधार पर टाटा मोटर्स को आलोच्य तिमाही में 1,330.74 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। एक साल पहले 2020-21 की पहली तिमाही में कंपनी को एकल आधार पर 2,190.64 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी की एकल आधार पर परिचालन आय जून, 2021 को समाप्त तिमाही में 11,904.19 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही में 2,686.87 करोड़ रुपये थी।
यह भी पढ़ें: कोरोना से बेहाल अर्थव्यवस्था के बाद भी सरकार को मिलने वाले टैक्स में आया भारी उछाल
यह भी पढ़ें: संकट से उबरने और रोजगार बढ़ाने के लिए सरकार करेगी नए नोटों की छपाई?
यह भी पढ़ें: जल्द मिलेगी महंगाई से राहत, वित्त मंत्री ने आज की मसूर दाल पर इम्पोर्ट ड्यूटी खत्म करने की घोषणा
यह भी पढ़ें: Good News: चिकन डीजल 36 रुपये प्रति लीटर, देता है 38 किलोमीटर से ज्यादा का माइलेज
यह भी पढ़ें: रसोई गैस ग्राहकों के लिये बड़ी छूट