नयी दिल्ली। टाटा मोटर्स अगले सप्ताह से अपने यात्री वाहनों की पूरी श्रृंखला की कीमतों में वृद्धि करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस्पात और दूसरी कीमती धातुओं सहित कच्चे माल की खरीद लागत में बढ़ोतरी के चलते कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी हो गई है। टाटा मोटर्स घरेलू बाजार में टियागो, नेक्सॉन, हैरियर और सफारी जैसे यात्री वाहनों को बेचती है।
टाटा मोटर्स के अध्यक्ष, यात्री वाहन व्यापार इकाई (पीवीबीयू) शैलेश चंद्र ने बताया, ‘‘हमने पिछले एक साल में इस्पात और कीमती धातुओं के दाम में बेहद तेज वृद्धि देखी है। पिछले एक साल में जिंस की कीमतों में वृद्धि का वित्तीय प्रभाव हमारे राजस्व पर 8-8.5 प्रतिशत तक है।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी ने अब तक कच्चे माल की लागत में वृद्धि का केवल एक छोटा सा हिस्सा ही ग्राहकों पर डाला है।
चंद्रा ने कहा, ‘‘हमने ग्राहकों पर सिर्फ 2.5 प्रतिशत भार डाला है, और शोरूम कीमत के आधार पर यह लगभग तीन प्रतिशत होगा। इसलिए कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी के मुकाबले यह बेहद कम है।’’ उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स ग्राहकों पर मल्य वृद्धि का भार नहीं डालना चाहती थी, इसलिए विभिन्न पहलों के जरिए कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी को कम करने के प्रयास किए गए।
चंद्रा ने कहा, ‘‘लेकिन अंतर अभी भी बाकी है और जरूरी वस्तुओं की कीमतें अभी भी ऊंची बनी हुई हैं। इसलिए अब हम अगले सप्ताह से कीमतों में बढ़ोतरी करने को मजबूर हैं।’’
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