मारुति के बाद अब इस बड़ी कंपनी की कारें होंगी महंगी, लागत बढ़ने पर लिया फैसला
निसान और डैटसन के सभी मॉडलों की कीमतों में एक अप्रैल 2021 से बढ़ोतरी होगी। वहीं सोमवार को ही मारुति ने भी अप्रैल के दौरान कीमतों में बढ़त का ऐलान किया था।
नई दिल्ली। कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर ऑटो सेक्टर पर लगातार देखने को मिल रहा है। बिक्री में रिकवरी को देखते हुए कंपनियां पिछले कुछ समय से लागत में बढ़त का खुद ही वहन कर रही थीं, हालांकि अब कंपनियों ने कीमतों का असर ग्राहकों तक पहुंचाना शुरु कर दिया है। मारुति के बाद अब निसान ने भी कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिय है।
कब से बढ़ेगी कारों की कीमत
कार ऑटो विनिर्माता निसान इंडिया ने मंगलवार को कहा कि कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी के चलते वह अपनी पूरी उत्पाद श्रृंखला की कीमतें अगले महीने से बढ़ाएगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि निसान और डैटसन के सभी मॉडलों की कीमतों में एक अप्रैल 2021 से बढ़ोतरी होगी। बयान में कहा गया है कि ऑटो कलपुर्जों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई है, और कंपनी ने पिछले कुछ महीनों में इस बढ़ोतरी को समायोजित करने की कोशिश की है। निसान मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक राकेश श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हम निसान और डैटसन के सभी मॉडलों की कीमतें बढ़ाने को विवश हैं। यह बढ़ोतरी विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी और हम अभी भी भारतीय ग्राहकों के लिए सर्वोत्तम मूल्य की पेशकश कर रहे हैं।’’ कंपनी ने हालांकि अभी यह नहीं बताया कि किसी मॉडल की कीमत में कितनी बढ़ोतरी होगी।
मारुति ने भी किया कीमत बढ़ाने का ऐलान
इससे पहले सोमवार को ही कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने ऐलान किया था कि वह कच्चे माल की लागत बढ़ने के कारण उसकी भरपाई के लिये अगले महीने से अपने सभी मॉडल के दाम बढ़ाएगी। कंपनी ने कहा कि कीमत बढ़ोतरी देश में उसके सभी मॉडल पर लागू होगी। एमएसआई के कार्यकारी निदेशक (बिक्री और विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘उत्सर्जन मानदंडों को लेकर नियम पिछले साल अप्रैल से अमल में हैं। इसको लेकर कई सारी लागतें जुड़ी हैं। हमने उस वक्त कीमत बढ़ाने पर विचार किया था लेकिन पिछले साल बाजार की स्थिति अच्छी नहीं थी, अत: हम उस समय दाम नहीं बढ़ा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब कच्चे माल खासकर इस्पात, प्लस्टिक और दुलर्भ धातुओं की लागत काफी बढ़ गयी है।’’ श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हम महामारी के बाद मांग को गति देने की कोशिश कर रहे थे और यही कारण था कि हमने जनवरी में कीमत वृद्धि कम की। उस समय यह भी सोच थी कि कच्चे माल की लागत ऊंची नहीं रहेगी और इसमें गिरावट आएगी। लेकिन अब जो अनुमान है, उसके अनुसार कीमत अगले कुछ तिमाहियों तक ऊंची बनी रहेगी। इसीलिए न चाहते हुए भी हमने कीमत बढ़ाने का फैसला किया।’’ उन्होंने कहा कि दाम में वृद्धि मॉडल पर निर्भर करेगी। इससे पहले, मारुति सुजुकी ने इस साल 18 जनवरी को लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए चुनिंदा मॉडल पर दाम 34,000 रुपये तक बढ़ाने की घोषणा की थी।