Maruti की यह कार देती है 23.76 किमी/लीटर का माइलेज, बिक चुकी हैं अबतक इसकी 25 लाख इकाई
35 वर्ष से कम उम्र के 52 प्रतिशत से अधिक ग्राहकों के साथ स्विफ्ट को अपने परिपक्व होते युवा ग्राहकों की बदलती आकांक्षाओं के अनुरूप लगातार नया रूप दिया जाता रहा है।
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने मंगलवार को कहा कि 16 साल पहले घरेलू बाजार में उतारी गई उसकी प्रीमियम हैचबैक कार स्विफ्ट ने 25 लाख की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है। एमएसआई ने एक बयान में कहा कि कार ने 25 लाख इकाइयों की कुल बिक्री के साथ एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। स्विफ्ट कार 2005 में पेश की गई थी और इसके साथ इसने देश में एक नए प्रीमियम हैचबैक वर्ग की शुरुआत की थी।
मारुति सुजुकी की प्रीमियम हैचबैक स्विफ्ट 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ मैनुअल एवं ऑटो गियर शिफ्ट ट्रांसमिशन दोनों में आती है, जो क्रमश: 23.20 किलोमीटर प्रति लीटर और 23.76 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है।
एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक (विपणन और बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि 2005 में बाजार में उतारे जाने के साथ, स्विफ्ट ने भारत में प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट की शुरुआत की थी। आज इसके लाखों प्रशंसक हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार स्विफ्ट ने अपने शानदार लुक और ताकतवर प्रदर्शन के साथ एक गौरवशाली विरासत का निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि यह सफलता ब्रांड स्विफ्ट के लिए ग्राहकों और आलोचकों के प्यार का प्रमाण है। 35 वर्ष से कम उम्र के 52 प्रतिशत से अधिक ग्राहकों के साथ स्विफ्ट को अपने परिपक्व होते युवा ग्राहकों की बदलती आकांक्षाओं के अनुरूप लगातार नया रूप दिया जाता रहा है। श्रीवास्तव ने कहा कि स्विफ्ट केवल एक कार नहीं है, यह एक एहसास है, एक भावना है और एक नई विचार प्रक्रिया है जिसने हैचबैक की कई अवधारणों को चुनौती दी है।
टाटा मोटर्स पुणे प्लांट में लगाएगी रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट
टाटा मोटर्स ने मंगलवार को कहा कि उसने अपने पुणे में पैसेंजर व्हीकल बिजनेस यूनिट प्लांट में 3 मेगावाट रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट को लगाने और उसका परिचालन करने के लिए टाटा पावर के साथ समझौता किया है। कंपनी ने कहा कि उसने टाटा पावर के साथ एक सोलर पावर पर्चेज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं।
सोलर रूफटॉप प्रोजेक्ट से लगभग 45 लाख किलोवाट ऊर्जा प्रति वर्ष उत्पादित होने की संभावना है, जो प्रति वर्ष लगभग 3538 टन कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट ऑपरेशन राजेश खत्री ने कहा कि ऊर्जा दक्षता कंपनी के प्रयासों के मूल में है और जीएचजी उत्सर्जन और कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाना पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।
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