Maruti Q2 results: चिप शॉर्टेज से Maruti Suzuki को हुआ बड़ा नुकसान, शुद्ध लाभ में आई 65% कमी
एक अनुमान के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट की शॉर्टेज के चलते 116,000 वाहनों का उत्पादन नहीं किया जा सका, इनमें से अधिकांश घरेलू बाजार में बिकने वाले मॉडल हैं।
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने बुधवार को बताया कि 30 सितंबर 2021 को समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान उसका संचयी शुद्ध लाभ 65 प्रतिशत घटकर 475 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में सेमीकंडक्टर की कमी से विनिर्माण प्रभावित हुआ। इसके अलावा जिंस लागत बढ़ने से भी मारुति का मुनाफा प्रभावित हुआ। मारुति सुजुकी इंडिया ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,371 करोड़ रुपये का संचयी शुद्ध लाभ कमाया था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान परिचालन से आय 19,297 करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 17,689 करोड़ रुपये थी।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मारुति की कुल वाहनों की बिक्री तीन प्रतिशत घटकर 3,79,541 इकाई रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3,93,130 इकाई थी। मारुति का एबिटडा 855 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 56 प्रतिशत कम है। कंपनी का मार्जिन भी गिरकर 4.2 प्रतिशत रह गया। परिचालन से कुल राजस्व 9 प्रतिशत बढ़कर 20,538 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल समान तिमाही में 18,744 करोड़ रुपये था।
मारुति ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की कमी के कारण लक्ष्य के अनुसार उत्पादन नहीं किया जा सका, जिससे ज्यादातर घरेलू मॉडल प्रभावित हुए। कंपनी ने कहा कि बीते दिनों इस्पात, एल्युमीनियम और अन्य धातुओं की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई, जिससे उसका मुनाफा प्रभावित हुआ।
एक अनुमान के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट की शॉर्टेज के चलते 116,000 वाहनों का उत्पादन नहीं किया जा सका, इनमें से अधिकांश घरेलू बाजार में बिकने वाले मॉडल हैं। दूसरी तिमाही के अंत तक कंपनी के पास 200,000 से अधिक उपभोक्ताओं के ऑर्डर लंबित थे और कंपनी इनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान कंपनी ने घरेलू बाजार में 628228 यूनिट के साथ कुल 733155 यूनिट की बिक्री की है। पहली छमाही के दौरान कंपनी ने कुल 1,04,927 यूनिट का निर्यात किया, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में यह आंकड़ा 32,083 यूनिट था। कंपनी ने कहा कि इस साल पहली छमाही में ओवरसीज शिपमेंट पिछले पूरे साल में हुई बिक्री के आंकड़ें को पार कर चुका है।
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