बिक गईं विजय माल्या की ये 5 शानदार कारें, लगी इतने रुपए की बोली
विजय माल्या की कारों के कलेक्शन में कई गाड़ियों को बेचा गया है। माल्या की इन विंटेज और क्लासिक कारों को नीलामी के लिए रखा गया था
Ankit Tyagi Jan 21, 2017, 13:51:13 IST
नई दिल्ली। 9000 करोड़ रुपए का लोन डिफॉल्ट करने वाले विजय माल्या को ‘कार लवर’ भी कहा जाता है। माल्या के पास करीब 260 कारें, बाइक और रेस कार हैं। इस कलेक्शन को एक प्राइवेट म्यूजियम में सुरक्षित रखा गया है। माल्या का यह म्यूजियम कैलिफोर्निया में है। लेकिन विजय माल्या की कारों के कलेक्शन में कई गाड़ियों को बेचा गया है। माल्या की इन विंटेज और क्लासिक कारों को नीलामी के लिए रखा गया था और उसके लिए कारों के शौकीनों ने बढ़चढ़ कर बोलियां लगाई।
(1) रॉलस रॉयस फैंटम : 52 लाख रुपए में बिकी
- रॉलस रॉयस फैंटम 204 का रिजर्व प्राइस 12 लाख रुपए था और सफल बिडर ने कई राउंड की बिडिंग के बाद इसे 52 लाख रुपए में खरीदा।
(2) मसेराती: 44 लाख रुपए में बिकी
- विजय माल्या की मसेराती का रिजर्व प्राइस 10 लाख रुपए था जिसे 44 लाख रुपए में बेचा गया।
(3) मर्सडीज बेंज SLS ब्लैक: 11.50 लाख रुपए में बिकी
- मर्सडीज-बेंज एसएलएस ब्लैक का रिजर्व प्राइस 5 लाख रुपए था जो 11.50 लाख रुपए में नीलाम हुई है।
(4) मर्सडीज जी-वैगन: 13.10 लाख रुपए में बिकी
- मर्सडीज जी-वैगन का रिजर्व प्राइस 2 लाख रुपए था जिसे 13.10 लाख रुपए में बेचा गया।
(5) माजडा रोडस्टर: 5.5 लाख रुपए में बिकी
- माजडा रोडस्टा का रिजर्व प्राइस 4.50 लाख रुपए था। यह 5.50 लाख रुपए में बिकी है।
कई देशों में कलेक्शन
- विजय माल्या का कार कलेक्शन साल 1913 की रॉल्स रॉयस कार की खरीद से शुरू हो गया था।
- माल्या का कलेक्शन इतना बड़ा हो गया था कि 1992 में उन्होंने कार कलेक्शन की देखरेख के लिए मैनेजर भी नियुक्त किया।
- माल्या की कुछ स्पोर्ट्स कारें इस वक्त 10 देशों में सुरक्षित हैं।
डियाजियो PLC ने नीलाम की कारें
- दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपी डियाजियो के पास अब विजय माल्या की कारें है।
- आपको बता दें कि डियाजियो पीएलसी की भारतीय सब्सिडियरी यूनाइटेड स्पिरिट्स की हैं और उसी ने इनकी नीलामी की है। ॉ
- युनाइटेड स्पिरिट्स को डियाजियो ने माल्या से खरीदा था।
इसलिए बेची कारें
- युनाइटेड स्पिरिट्स के नए मालिक माल्या जैसे महंगे शौक नहीं रखते।
- इसलिए कंपनी ने इन कारों को बेचने का फैसला किया है।
- ये कारें ई-ऑक्शन के जरिए बेची गईं और दिल्ली की ऑक्शन फर्म क्विपो ऑक्शंस ने इसे मैनेज किया।