नई दिल्ली: महिंद्रा एंड महिंद्रा लि.अगले तीन साल में इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार में 3,000 करोड़ रुपये का नया निवेश करेगी। साथ ही कंपनी इस खंड में और भागीदारी पर विचार कर रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा। महिंद्रा एंड महिंद्रा वैश्विक स्तर पर अपनी क्षमता का उपयोग कर ईवी मंच के विकास पर जोर-शोर से काम कर रही है। महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक अैर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनीष शाह ने कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में हम 3,000 करोड़ रुपये निवेश करने जा रहे हैं। हमने जो पूर्व में कहा है, यह निवेश उसके अलावा होगा।’’
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने पूर्व में कहा था कि वह वाहन और कृषि क्षेत्रों में अगले पांच साल में 9,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी ने 2025 तक 5 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों को भारतीय सड़कों पर उतारने का लक्ष्य रखा है और वह भारत में ईवी कारोबार में 1,700 करोड़ रुपये निवेश कर चुकी है। इसके अलावा, 500 करोड़ रुपये नये अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) केंद्र में निवेश किया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा पहले ही बेंगलुरू में इलेक्ट्रिक प्रौद्योगिकी संयंत्र खोल चुकी है। इसमें बैटरी पैक, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और मोटर का उत्पादन होता है।
इसके अलावा कंपनी ने महाराष्ट्र में पुणे के समीप चाकण संयंत्र में भी नये विनिर्माण इकाई लगाने में निवेश किया है। हाल ही में प्रबंध निदेशक और सीईओ की जिम्मेदारी संभालने वाले शाह ने कहा कि निवेश राशि का उपयोग नये मंच के विकास समेत अन्य संबंधित कार्यों में किया जाएगा। मंच के जरिये समूह की विभिन्न क्षमताओं का उपयोग करते हुए विभिन्न मॉडल का उत्पादन किया जाएगा। यह पूछे जाने पर क्या महिंद्रा एंड महिंद्रा गठजोड़ या भागीदारी पर विचार कर रही है, उन्होंने कहा, ‘‘इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये हम भागीदारी पर विचार करेंगे। आने वाला समय ईवी का ही है।’’ शाह ने कहा, ‘‘हमारा पहले से गठजोड़ है। हमने इस्राइल की कंपनी आरईई (ऑटोमोटिव) के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर की घोषणा की है। यह छोटे ट्रकों और वाणिज्यिक वाहनोां के लिये है। और हम ईवी के क्षेत्र में अन्य भागीदारी भी करेंगे। यानी हम गठजोड़ के लिये तैयार हैं।’’
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