कीमत और फीचर्स में हैं लगभग एक जैसी, जानिए आपके लिए कौन सी कार होगी बेस्ट
इंडिया टीवी पैसा की टीम www.cardekho.com के साथ आज आपको यह बताने की कोशिश करेगी कि इतनी मिलती-जुलती होने के बावजूद भी ये दोनों कार कितनी अलग हैं।
नई दिल्ली। भारत के कार बाजार में सबसे ज्यादा कॉम्पटीशन छोटी कारों के बाजार में है। लंबे समय तक इस मार्केट में अपना दबदबा रखने वाली मारुति की ऑल्टो को पिछले साल रेनॉल्ट की क्विड ने कड़ी टक्कर दी। वहीं इस साल इसी सेगमेंट में डेटसन की रेडी-गो ने धमाल मचाया हुआ है। बात करें तो क्विड और रेडी-गो की, तो दोनों ही कारें जुड़वां जैसी ही हैं। ये दोनों कारें एक ही प्लेटफॉर्म पर तैयार हुई हैं, बोनट के नीचे दोनों ही कार में एक जैसा इंजन फिट है, ताकत के आंकड़े भी एक जैसे और माइलेज़ भी एक जैसा ही है। लेकिन इन समानताओं के बाद भी दोनों कारों में बहुत अंतर है। इंडिया टीवी पैसा की टीम www.cardekho.com के साथ आज आपको यह बताने की कोशिश करेगी कि इतनी मिलती-जुलती होने के बावजूद भी ये दोनों कारें कितनी अलग हैं।
तस्वीरों में देखिए एंट्री सेगमेंट की कारों को
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डिजायन
यह वो मोर्चा है जहां दोनों कारें एक-दूसरे के एकदम उलट हैं। कम शब्दों में कहा जाए तो रेडी-गो देखने में एक ऊंची और कॉम्पैक्ट कार नज़र आती है। दूसरी तरफ रेनो क्विड लंबी-चौड़ी और थोड़ी रफ-टफ सी लगती है। रेडी-गो को डैटसन की युकान डिजायन थीम पर बनाया गया है। जापानी में युकान का मतलब होता है बोल्ड या दमदार। यह सेगमेंट की सबसे ऊंची कार है। इसकी तुलना आप हुंडई सेंट्रो या फिर मारूति की वैगन-आर से कर सकते हैं।
डेटसन रेडीगो की देखें तस्वीरें
क्विड की तरह ही यह कार भी अपने कॉन्सेप्ट के काफी करीब है। कार के मुख्य आकर्षण हैं इसके स्वेप्ट बेक हैडलैंप्स, छोटा फ्रंट फेस, डैटसन सिग्नेचर ग्रिल और दमदार दिखने वाला बोनट। टॉप वेरिएंट में फ्रंट बम्पर पर डे-टाइम रनिंग लाइट मिलेंगी, जो इसे और ज्यादा आकर्षक बनाती हैं। साइड प्रोफाइल से यह कार स्पोर्टी नजर आती है। यहां चौड़े व्हील आर्च के साथ कर्व लाइनें दी गई हैं। क्विड के मामले में कहानी एकदम अलग है। यह छोटी एसयूवी जैसी लगती है। इसकी बॉडी पर प्लास्टिक क्लैडिंग और ड्यूल टोन बंपर दिए गए हैं। यह सब क्विड को स्पोर्टी अहसास देते हैं।
कद-काठी
लंबाई और चौड़ाई के मामले में क्विड, रेडी-गो से आगे है लेकिन ऊंचाई और ग्राउंड क्लीयरेंस के मामले में रेडी-गो आगे है। रेडी-गो का ग्राउंड क्लीयरेंस क्विड से 5 एमएम ज्यादा है। वहीं व्हीलबेस के मामले में भी रेडी-गो आगे है। इसका व्हीलबेस 2430 एमएम का है जबकि क्विड का व्हीलबेस केवल 2422 एमएम का है। इसका मतलब यह है कि रेडी-गो के केबिन में क्विड के मुकाबले ज्यादा स्पेस मिलेगा। बूट स्पेस के मामले में क्विड आगे है। इसमें 300 लीटर का बूट स्पेस दिया गया है जबकि रेडी-गो में सिर्फ 222 लीटर का बूट स्पेस मिलेगा।
केबिन और फीचर्स
एक्सटीरियर की तरह इंटीरियर की कहानी एकदम अलग है। क्विड का केबिन रेडी-गो के मुकाबले ज्यादा प्रीमियम नज़र आता है। क्विड में सबसे खास है इसका टचस्क्रीन वाला इंफोटेंमेंट सिस्टम, जो नेविगेशन और ब्लूटूथ को सपोर्ट करता है। रेडी-गो में सिंगल डिन म्यूजिक सिस्टम है, यहां सिर्फ ऑक्स और यूएसबी कनेक्टिविटी सपोर्ट मिलेगा। डैशबोर्ड की फिनिशिंग के मामले में भी क्विड ज्यादा प्रीमियम लगती है। केबिन में दी गई फैब्रिक अपहोल्स्ट्री के मामले में भी क्विड आगे है। रेडी-गो के केबिन में बॉडी के कई हिस्से कवर नहीं हुए हैं, जबकि क्विड में ऐसा नहीं है।
कीमत
जल्द लॉन्च होने वाली रेडी-गो की कीमत क्विड से कम हो सकती है। क्विड को 2.56 लाख रूपए (एक्स, शोरूम, दिल्ली) में लॉन्च किया गया था। अब इसकी कीमत 2.62 लाख रूपए है। कीमत के मामले में रेडी-गो को फायदा मिल सकता है।