कोलकाता। पुणे की काइनेटिक ग्रीन एनर्जी एवं पावर सॉल्यूशंस लिमिटेड ने शनिवार को अपने पहले इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन को पेश किया। इसमें उन्नत लीथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है।
कंपनी ने एक बयान में बताया कि मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन या ई-रिक्शा बनाने वाली अधिकतर कंपनियां सीसा आधारित अम्लीय बैटरी का उपयोग करती हैं, जो जल्दी खराब हो जाती हैं और वजन में भारी होने के साथ चार्ज होने में भी करीब 10 घंटे का समय लेती हैं।
कंपनी को उम्मीद है कि इस नई तकनीक से देश में सार्वजनिक परिवहन के लिए हरित वाहनों पर बदलावकारी प्रभाव पड़ेगा। लेकिन लीथियम-आयन बैटरी की कीमत 55,000 से 60,000 रुपए अधिक होगी। काइनेटिक ग्रीन ने कहा कि उसने अपने ऊर्जा सहयोगी के साथ इन बैटरियों का वाहन के लिए पूर्ण परीक्षण किया है।
लीथियम-आयन बैटरी के कई सारे फायदे होंगे, जिसमें लंबा जीवन काल, कम चार्जिंग समय और निम्न देखरेख शामिल है। कंपनी ने कहा है कि नई तकनीक वाली इस बैटरी की अधिक कीमत को लंबे जीवन काल से कम किया जा सकता है।
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