एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार का कॉन्सेप्ट मॉडल पेश, भारतीय आसमान में जल्द भरेगी उड़ान
यह फ्लाइंग कार अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन के साथ हवा में उड़ सकती है। यह कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड के साथ 60 मिनट तक उड़ान भर सकती है।
नई दिल्ली। हवा में उड़ने वाली कार एक वैश्विक परिकल्पना है और तमाम कंपनियां एवं स्टार्टअप्स इस पर काम कर रहे हैं। ऐसी संभावना है कि भारत जल्द ही फ्लाइंग कार को दुनिया के सामने पेश कर सकता है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को एशिया के पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार के कॉन्सेप्ट मॉडल को पेश किया। सिंधिया ने कहा कि विनाता एयरोमोबिलिटी की टीम के साथ मुलाकात की और उनकी कॉन्सेप्ट फ्लाइंग कार को देखा। ये कार एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार बन सकती है।
सिंधिया ने कहा कि जब यह कॉन्सेप्ट मॉडल वास्तविकता में आकार ले लेगा, तब इन फ्लाइंग कार्स का उपयोग लोगों और कार्गो के परिवहन में किया जा सकेगा। इसके अलावा फ्लाइंग कार का उपयोग मेडिकल इमरजेंसी सर्विसेस उपलब्ध कराने में भी किया जाएगा।
फ्लाइंग कार विनिर्माता विनाता एयरोमोबिलिटी ने दावा किया है कि वास्तविक आकार लेने के बाद यह फुली ऑटोनोमस हाइब्रिड-इलेक्ट्रिक वीटीओएल व्हीकल एक बार में दो यात्रियों को साथ लेकर उड़ने में सक्षम होगा। इसमें एक को-एक्सिअल क्वाड-रोटर सिस्टम लगा होगा, जो आठ बीएलडीसी मोटर्स से पावर लेगा, जो आठ फिक्स्ड पिच प्रोपेर्ल्स के साथ आती है। वाहन में मोटर को चलाने के लिए बायोफ्यूल का इस्तेमाल किया जाएगा।
यह फ्लाइंग कार अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन के साथ हवा में उड़ सकती है। यह कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड के साथ 60 मिनट तक उड़ान भर सकती है। रेंज की बात करें तो फ्लाइंग कार बिना रिफ्यूलिंग के 100 किलोमीटर तक उड़ सकती है। यह ग्राउंड लेवल से अधिकतम 3000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकती है।
इस कार को बनाने वाली कंपनी का दावा है कि यदि फ्लाइंग कार का एक रोटर खराब हो जाता है, तो अन्य चालू मोटर और प्रोपेलर्स कार को सुरक्षित तरीके से लैंड करवा सकते हैं। शहरों की सड़कों पर यातायात में बहुत अधिक वृद्धि होने के साथ, यात्रा के लिए आकाश एक नया रास्ता बन सकता है। शहरी परिवहन विशेषज्ञों ने भी ऐसी संभावनाओं की वकालत की है।
फ्लाइंग कार्स सड़क पर भी चल सकती हैं और हवा में भी उड़ सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर के लिए यह बहुत अधिक सुविधाजनक होगा, इससे समय में कमी आएगी और सड़कों पर भीड़भाड़ भी कम होगी। राइड-शेयरिंग और राइड-हैलिंग प्लेटफॉर्म जैसे उबर भी फ्यूचर ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए फ्लाइंग कार फ्लीट को पेश करने की योजना पर काम कर रही है।
यह भी पढ़ें: कंगाल पाकिस्तान में तुगलकी फरमान से मचा हाहाकार, दो दिन में ही वापस हुआ आदेश
यह भी पढ़ें: अभी से बना लीजिए अगले साल की शॉपिंग लिस्ट, 2022 में भारतीय कंपनियां करेंगी वेतन में जोरदार वृद्धि
यह भी पढ़ें: नितिन गडकरी ने वाहन कंपनियों के सामने रखी ऐसी मांग, जिससे छोटी कारों की कीमत बढ़ेगी 4000 रुपये तक
यह भी पढ़ें: CARS24 ने जुटाये 3321 करोड़ रुपये, भारत में अपने कार और बाइक बिजनेस का करेगी विस्तार
यह भी पढ़ें: Kotak Mahindra Bank करेगा KFin में 310 करोड़ रुपये का निवेश, मिलेगी 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी